ईरान में हिजाब के खिलाफ लगातार प्रदर्शन जारी है। इसी बीच वहां की रिवोल्यूशनरी अदालत ने सरकार के विरोध में प्रदर्शन करने पर एक व्यक्ति को पहली बार मौत की सजा सुनाई है। वहीं, पांच लोगों को कारावास की सजा सुनाई गई है। पिछले कई महीने से वहां लगातार प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन में शामिल होने पर लोगों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा था, लेकिन पहली बार किसी प्रदर्शनकारी को मौत की सजा सुनाई गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एक सरकारी भवन में आग लगाने के मामले में प्रदर्शनकारी को रिवोल्यूशनरी अदालत ने मौत की सजा सुनाई है। वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के उल्लंघन के आरोप में 5 लोगों को 5 से 10 साल की सजा सुनाई गई है।
बता दें कि ईरान में हिजाब पहनने की अनिवार्यता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था। सख्त ड्रेस कोड का उल्लंघन करने पर 22 वर्षीय महसा अमीनी को पुलिस ने हिरासत में लिया। बीते 16 सितंबर को पुलिस हिरासत में ही महसा अमीनी की मौत हो गई थी। उसके बाद लोगों में आक्रोश फैला और देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 14 हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इधर प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के लिए जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने ईरान सरकार की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि हम ईरानी लोगों के साथ खड़े हैं। साथ ही कहा कि यह प्रदर्शन अब सिर्फ ड्रेस कोड का नहीं, बल्कि स्वतंत्रता व न्याय की लड़ाई में बदल गया है। इस प्रदर्शन के लिए कितने साहस की जरूरत है, हमारे लिए तो कल्पना करना भी मुश्किल है।
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