ब्रिटेन के सिख सैनिकों के लिए यह खबर किसी नियामत से कम नहीं है कि अब वे अपने साथ गुटका साहिब की प्रति हर वक्त रख सकते हैं। ब्रिटेन की सेना की तरफ से इसके लिए खास तरह के छोटे गुटके प्रकाशित कराए गए हैं। ब्रिटिश सेना में सेवारत सिख सैनिक एक लंबे समय से इस सहूलियत को दिए जाने की मांग करते आ रहे थे। अब करीब सौ साल बाद, पहली बार इस तरह का कदम उठाया गया है।
ब्रिटिश सेना के सैनिकों के लिए बनाए गए गुटका साहिब को बाहर से कैमोफ्लाज (सैन्य ड्रेस के रंग) किया गया है। ब्रिटेन की रॉयल नेवी और आरएएफ के लिए बने गुटका साहिब को बाहर से समुद्री नीला रंग दिया गया है। सिख धर्म की इन प्रार्थना पुस्तकों को अभी तीन भाषाओं में छापा गया है। गुटका साहिब में पंक्तियों के साथ ही प्रथम विश्व युद्ध के काल के चित्र भी प्रकाशित किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन के रक्षा विभाग द्वारा यह पहल की गई है। इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया गया है। ब्रिटिश सिख सैनिकों के लिए पहली बार दैनिक सिख प्रार्थना पुस्तक ‘नितनेम गुटका साहिब’ को लोकार्पित किया गया है। गुटका साहिब को ब्रिटेन के डिफेंस सिख नेटवर्क ने लंदन में एक समारोह में जारी किया। सिख सैन्य कर्मियों के लिए प्रकाशित किए गए नितनेम गुटका साहिब पानी से खराब नहीं होंगे और सिख सैनिक इसे हर वक्त अपने साथ रख सकेंगे।
यहां दिलचस्प बात यह है कि ब्रिटेन के डिफेंस सिख नेटवर्क के अध्यक्ष मेजर दलजिंदर सिंह विरदी एक लंबे समय से सिख सैन्यकर्मियों के लिए ये मांग उठाते आ रहे थे। मेजर दलजिंदर ने बताया कि ब्रिटिश सेना कई साल से ईसाई पांथिक ग्रंथ उपलब्ध कराती आ रही है। ऐसे में उन्होंने मांग की कि सिख सैनिकों के लिए भी उनके धर्म के अनुसार, गुटका साहिब रखने की अनुमति दी जाए। मेजर सिंह का कहना है कि प्रथम विश्व युद्ध में कितने ही सिख सैनिकों ने मित्र देशों की सेनाओं के साथ जंग लड़ी थी, फिर बाद में द्वितीय विश्व युद्ध में भी वे बहादुरी से लड़े थे। नितनेम गुटका साहिब को पिछले ही दिनों लंदन में शेफर्ड बुश में केंद्रीय गुरुद्वारा खालसा जत्थे में लोकार्पित किया गया था।
मेजर सिंह ने भावुक होते हुए कहा कि सिखों के लिए, हमारे ग्रंथ केवल शबद नहीं, बल्कि हमारे गुरु के जीवंत अवतार हैं। सिख श्रद्धालु रोज शास्त्रों को पढ़कर नैतिक तथा शारीरिक ताकत प्राप्त करते हैं। यह हमें अनुशासन में रखता है और आध्यात्मिक रूप से हमारा विकास करता है।
टिप्पणियाँ