पश्चिम यूपी के रेल प्रोजेक्ट्स की समीक्षा करने पहुंचे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा सहारनपुर से दिल्ली के बीच ट्रेन की स्पीड को 130 किमी प्रति घंटा किया जा रहा है। उन्होंने बताया की मेरठ, देवबंद, सहारनपुर ट्रैक पर सुधार का काम समय से पहले पूरा हो जाएगा।
पश्चिम यूपी में निजी और केंद्र सरकार के तालमेल से बन रहे रेलवे प्रोजेक्ट्स को दो दिनों तक रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मौके पर जाकर समीक्षा की। उन्होंने रेल अधिकारियों, प्रोजेक्ट अभियंताओं के साथ मैराथन बैठकें भी की और कार्य प्रगति की समीक्षा की। मीडिया से रूबरू होते हुए रेल मंत्री ने बताया कि वो कार्य प्रगति से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि हम शीघ्र ही सहारनपुर से दिल्ली के बीच 130 किमी प्रति घंटा स्पीड पर ट्रेन को चलाने के लक्ष्य को पूरा कर लेंगे। उन्होंने बताया कि देवबंद में तेज गति की महत्वपूर्ण ट्रेनों को दो मिनट का स्टॉपेज देने पर विचार किया जा रहा है क्योंकि यहां पर यात्री अधिक हैं। उन्होंने बताया कि मेरठ, हस्तिनापुर और बिजनौर के बीच नया रेल ट्रैक बिछाए जाने की योजना है, इसकी डीपी आर तैयार हो रही है।
35 स्टेशनों का होगा काया पलट
रेल मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार देश के 35 रेलवे स्टेशनों को विश्व स्तरीय बनाए जाने का काम शुरू हो रहा है। इसकी टेंडर प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है। ये स्टेशन हैं अयोध्या, बिजवासन, सफदरजंग, गोमती नगर, चारबाग, तिरुपति, गया, उधना, सोमनाथ, एर्नाकुलम, पुरी, न्यू जलपाईगुड़ी, मुजफ्फरपुर, डकनिया तालब, कोटा, जम्मू तवी, जालंधर कैंट, नेल्लोर, साबरमती, फरीदाबाद, जयपुर, भुवनेश्वर, कोल्लम, उदयपुर, जैसलरमेर, रांची, विशाखापट्टनम, पुंडुचेरी, कटपड़ी, मुदुराई, सूरत, जोधपुर, चिन्नई, न्यू भुज।
इन सभी स्टेशनों में यात्री सुविधाओं को बढ़ाने, उनके आसपास, यातायात व्यवस्थाओं को सुधारने, फूड कोर्ट और स्माल मॉल विकसित किए जाएंगे। ये वो स्टेशन हैं, जहां पर्यटकों, तीर्थ यात्रियों की आवाजाही ज्यादा है। ऐसा माना जा रहा है कि अगले दो सालो में ये प्रोजेक्ट पूरे कर लिए जाएंगे और इसमें निजी क्षेत्र की भी सहभागिता रहेगी।
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