ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क स्वतंत्र अभिव्यक्ति के पैरोकार माना जाना पसंद करते हैं परंतु ट्विटर खरीदने के बाद वे यह बताते हैं कि वे किसे इसका उपयोग करने देना नहीं चाहते। मस्क के आने से ट्विटर पर बहुत कुछ बदलने के आसार दिख रहे हैं
विश्व के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने आखिरकार ट्विटर का अधिग्रहण कर ही लिया। ट्विटर का मालिक बनते ही एलन मस्क ने ट्वीट कर कहा कि पंछी हुआ आजाद (द बर्ड इज फ्रीड)। इस ट्वीट के मायने निकाले जा रहे हैं। मस्क कहते हैं कि कि वह इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर का अधिग्रहण मानवता की सहायता करने के लिए कर रहे हैं। साथ ही, वह नहीं चाहते हैं कि इसका उपयोग ऐसे लोग करें जो बोलने से पहले उसके परिणामों के बारे में नहीं सोचते।
यह वक्तव्य कई संकेत दे रहा है। मस्क दुनिया के सबसे अमीर आदमी हैं। वह टेस्ला कारों के निर्माता हैं। मस्क बड़े-बड़े देशों की सरकारों के सामने शर्तें रखते हैं। मस्क स्वतंत्र अभिव्यक्ति के समर्थन माने जाते हैं। वह चाहते हैं कि किसी की अभिव्यक्ति पर कोई रोक न लगे। इसके लिए वे ट्विटर की कंटेंट मॉडरेशन नीति को बदलने की बात करते हैं। परंतु ट्विटर को खरीदने के बाद जब वे कहते हैं कि वह नहीं चाहते कि इसका उपयोग ऐसे लोग करें जो बोलने से पहले उसके परिणामों के बारे में नहीं सोचते, तो स्वतंत्र अभिव्यक्ति का उनका पिछला रुख इससे टूटता है।
नई खबर है कि ट्विटर ब्लू टिक के लिए शुल्क लगाएगा। यानी उपोगकर्ताओं के बीच विभाजक रेखा खींची जाएगी? पैसे वालों को ब्लू टिक, जो नहीं दे पाए, वह आम हैंडलर। यह पैसे के आधार पर खास और आम के बीच श्रेणी विभाजन होगा। अब तक ब्लू टिक विश्वसनीयता, सक्रियता जैसे आधारों पर हासिल करनी पड़ती थी। अब ब्लू टिक शुल्क के आधार पर होगा तो जाहिर है विमर्श को पैसे के आधार गढ़ा जा सकेगा और उसे मनचाही दिशा दी जा सकेगी। ऐसे में स्वतंत्र और स्वस्थ बहस की रक्षा कैसे होगी, जिसका दावा मस्क कर रहे हैं। मस्क की एक और उलटबांसी है। वे कहते हैं ट्विटर उन्होंने कमाई करने के लिए नहीं खरीदा है। परंतु मालिकाना हक प्राप्त करते ही वे पहले ब्लू टिक पर शुल्क लगाने की घोषणा करते हैं। फिर विज्ञापनदाताओं से ट्विटर को सबसे बेहतर विज्ञापन स्थल बनाने का वादा करते हैं। ट्विटर पर फिल्में दिखाने और गेम्स खेलने की सुविधा दिए जाने की बात भी कही जाती है। यानी अब तक विमर्शों के लिए ख्यात यह माइक्रोब्लॉगिंग साइट अब आमदनी का अड्डा बनेगी।
ट्विटर के अधिकारियों की विदाई
ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद मस्क ने सीईओ पराग अग्रवाल, कानूनी एग्जीक्यूटिव विजया गड्डे, मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सेगल और जनरल काउंसल सीन एडगेट को हटा दिया था। अब मस्क ने निदेशक मंडल से भी पराग को हटा दिया है। उनके साथ ट्विटर के लंबे समय से निदेशक रहे ब्रेट टेलर, ओमिड कोर्डेस्टानी, डेविड रोसेनब्लैट, मार्था लेन फॉक्स, पैट्रिक पिचेट, एगॉन डरबन, फी-फी ली और मिमी अलेमायेहौ को भी हटा दिया गया है। बाद में मुख्य उपभोक्ता अधिकारी एवं विज्ञापन प्रमुख सारा पर्सनेट, पीपल और डायवर्सिटी आॅफिसर दलाना ब्रांड, कोर टेक्नोलॉजीज के जीएम निक कैल्डवेल ने भी इस्तीफा दे दिया है। खबरें हैं कि मस्क ट्विटर के साढ़े सात हजार कर्मचारियों में आधे की छंटनी करेंगे।
मस्क की योजना
मस्क ट्विटर को समेकित सेवा प्लेटफॉर्म बनाना चाहते हैं, जहां सर्जक पैसा कमा सकें, यूजर पेमेंट और खरीदारी कर सकें। उपयोगकर्ता को प्रीमियम सब्सक्रिप्शन का विकल्प दिया जाएगा। विज्ञापन आय पर निर्भरता कम होगी। ट्विट संपादित करने, ट्वीट से पैसा कमाने, विज्ञान मुक्त ट्विटर का विकल्प मिलेगा।
मस्क ने दावा किया कि ज्यादा पैसा कमाने के लिए नहीं, बल्कि इंसानियत की मदद करने लिए मैंने ट्विटर से सौदा किया है, ताकि हमारी आने वाली सभ्यता के पास साझा डिजिटल स्पेस हो, जहां विभिन्न विचारधारा और विश्वास के लोग किसी भी तरह की हिंसा के बिना स्वस्थ चर्चा कर सकें। स्वतंत्र अभिव्यक्ति प्लेटफॉर्म बनाने पर जोर होगा। इसके लिए कंटेंट मॉडरेशन पॉलिसी बदलेगी। मस्क ने कहा कि मैं चाहता हूं कि ट्विटर सबसे बेहतरीन विज्ञापन प्लेटफॉर्म हो, जहां सभी उम्र के उपयोगकर्ता फिल्में देख सकें और वीडियो गेम खेल सकें। इससे संकेत मिला कि आगे चलकर ट्विटर की विज्ञापन नीति में भी बदलाव हो सकता है।
याहू की नई सुविधाएं
यूजर्स को अपनी तरफ खींचने के लिए याहू ने कई फीचर्स शुरू किए हैं। वह याहू मेल पर यूजर्स को एक टीबी स्टोरेज स्पेस दे रही है, जबकि गूगल 15 जीबी ही दे रहा है। एक क्लिक पर यूजर स्पैम, विज्ञापन ईमेल, न्यूजलेटर्स को भी अनसब्सक्राइब कर सकेंगे। यही नहीं, यूजर अपने याहू, जीमेल, एओएल, माइक्रोसॉफ्ट जैसे अन्य ईमेल अकाउंट भी एक ही जगह एक्सेस कर सकेंगे। याहू द्वारा शुरू किए गए नए फीचर में अटैचमेंट को फिल्टर करने की भी क्षमता है। यानी अब यूजर्स को ईमेल पर कुछ खोजने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा, एक फीचर ऐसा है, जिससे कोई भी अपने सभी आर्डर की रसीद देख सकेगा।
जीमेल पर स्टोरेज क्षमता बढ़ेगी
2019 के आंकड़े के अनुसार, गूगल सर्च इंजन पर सालाना औसतन 2 खरब यानी हर मिनट 38 लाख सर्च किए जाते हैं। गूगल ने ‘वर्कस्पेस इंडिविजुअल’ उपयोगकतार्ओं के लिए और अधिक सुविधाएं देने की घोषणा की है, जिसमें सभी ग्राहकों के जीमेल पर स्टोरेज क्षमता 15 जीबी से बढ़ाकर एक टीबी की जाएगी। साथ ही, मालवेयर, स्पैम और रैंसमवेयर से गूगल ड्राइव की सुरक्षा भी करेगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्कस्पेस इंडिविजुअल के विस्तार के साथ कंपनी प्रीमियम मीट, गूगल डॉक्स में ई-सिग्नेचर, अपॉइंटमेंट शेड्यूलिंग और जीमेल में फ्लेक्सिबल लेआउट सहित और भी फीचर जोड़ेगी।
स्पैम अटैक रोकेगी माइक्रोसॉफ्ट
माइक्रोसॉफ्ट ने स्पैम अटैक रोकने के लिए अपने मल्टी-फैक्टर आथेंटिकेशन ऐप ‘माइक्रोसॉफ्ट आॅथेंटिकेटर’ में एक नया फीचर शुरू किया है। यह फीचर अभी के लिए सिर्फ एडमिन के लिए उपलब्ध है, लेकिन कंपनी फरवरी 2023 में सभी आॅथेंटिकेटर यूजर के लिए ‘नंबर मैचिंग’ को डिफॉल्ट बनाना चाहती है। इसी साल जनवरी में कंपनी ने माइक्रोसॉफ्ट होलोलेन्स 2 लॉन्च किया था। इस उपकरण में दिमाग और आंखों को ट्रैक करने के लिए सेंसर्स दिए गए हैं। इससे पूर्व माइक्रोसॉफ्ट चार नए फीचर लेकर आई थी, जिसमें अंग्रेजी के अलावा कई अन्य भाषाओं के लिए सपोर्ट, मीटिंग आयोजित करने तथा टीम्स एप पर चैट बबल के लिए सपोर्ट भी शामिल है।
फेसबुक की कवायद
मेटा के स्वामित्व वाले फेसबुक का मुनाफा और यूजर कम हो रहे हैं। इसलिए उपभोक्ताओं को जोड़े रखने के लिए यह नए-नए फीचर जोड़ रहा है। फेसबुक का नया पेज फीचर क्रिएटर्स को अपने फॉलोअर्स से जुड़ने में मदद करेगा। साथ ही, यह सामुदायिक चैट, एक अकाउंट से पांच प्रोफाइल बनाने की सुविधा तथा टिकटॉक जैसे प्रतिद्वंदियों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए अपने होम सेक्शन को दो टैब में बांट कर यूजर्स को एक साथ फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पोस्ट करने की सुविधा देने जा रहा है। मेटा ने मेटावर्स और वेब3 के लिए मेटा पे नाम से वॉलेट भी शुरू किया है।
अमेजन उपग्रह छोड़ेगी
ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन क्लाउड कारोबार में जबरदस्त मुनाफे को देखते हुए अब डेटा सेंटर पर खर्च बढ़ाएगी और हाईस्पीड इंटरनेट के लिए कई उपग्रह भी छोड़ेगी। हाल ही में इसने अमेजन मिनी टीवी, अमेजन पे लैटर, आईसीआईसी बैंक के मिलकर क्रेडिट कार्ड सुविधाएं देने के साथ ‘अमेजन लाइव’ भी शुरू किया है, जो सामग्री निमार्ताओं को वास्तविक समय में ग्राहकों से बातचीत करने, सौदों की पेशकश सहित अन्य सुविधाएं देता है। इसके अलावा, इसने ‘फीचर्ड आर्टिकल्स’ शुरू किया है और टिकटॉक की तर्ज पर इन्सपायर फीचर शुरू करने वाली है ताकि उपभोक्ताओं को अधिक समय तक अपने प्लेटफॉर्म पर रोक सके।
मस्क के लिए क्यों महत्वपूर्ण है भारत
भारत एलन मस्क के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मस्क 2019 से अपनी टेस्ला कारों की बिक्री भारतीय बाजार में करने के इच्छुक हैं। परंतु उन्हें इसकी अनुमति नहीं मिल पाई है। भारत सरकार चाहती है कि यदि एलन मस्क इच्छुक हैं तो वे भारत में अपना संयंत्र खोलें और यहां से अपनी कारों का निर्यात करें। मस्क अड़े हैं कि पहले उन्हें भारत में बाजार बनाने के लिए बिक्री की अनुमति मिले और इसके लिए उन्हें आयात शुल्क में भारी छूट मिले। मस्क भारतीय बाजार का लाभ लेना चाहते हैं परंतु भारत को लाभ देने से बच रहे हैं। अपनी शर्तों पर भारत के बाजार का लाभ न उठा पाने से दुखी मस्क ने 13 जनवरी, 2022 को ट्वीट किया कि भारतीय बाजार में प्रवेश के संदर्भ में वे राष्ट्रीय सरकार की ओर से पेश चुनौतियों से जूझ रहे हैं। इस पर अगले ही दिन से एलन मस्क को गैर-भाजपा शासिक राज्यों की सरकारों की ओर से आमंत्रण दिया जाने लगा। ये सोशल मीडिया की ताकत थी।
मस्क की एक अन्य कंपनी है स्पेस एक्स। इसकी एक इकाई है इंटरनेट सेवा प्रदाता स्टारलिंक्स। यह ‘लो अर्थ आॅर्बिट’ सैटेलाइट के जरिए ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है। इसके लिए फाइबर की आवश्यकता नहीं होती। मस्क इस कंपनी के जरिए भारत के गांव-गांव में इंटरनेट पहुंचाने की बात करते हैं। कंपनी का उद्देश्य था कि भारत में दिसंबर 2022 से 2 लाख डिश टर्मिनलों के जरिए ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा शुरू कर दी जाए। स्टारलिंक्स ने इसके लिए लाइसेंस नहीं लिया और पिछले वर्ष नवंबर, 2021 में अपनी वेबसाइट के जरिए भारत में सब्सक्रिप्शन बेचने लगी। भारत के संचार मंत्रालय ने ग्राहकों को आगाह किया कि स्टारलिंक्स ने लाइसेंस नहीं लिया है। इसलिए उसकी सेवाओं की बुकिंग कराने वाले उपभोक्ताओं को नुकसान उठाना पड़ सकता है। दूरसंचार विभाग ने स्टारलिंक्स को नियमन ढांचे के तहत जरूरी मंजूरी लेने को कहा। इससे मस्क को चोट लगी।
अब ट्विटर की बात करें तो दुनिया भर में इसके 40 करोड़ उपयोगकर्ता बताए जाते हैं, हालांकि सक्रिय उपयोगकर्ता करीब 21 करोड़ बताए जाते हैं। भारत में जनवरी, 2022 में ट्विटर के 2.36 करोड़ उपयोगकर्ता थे। ट्विटर के लिए भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है। एलन मस्क की निगाह इस बाजार पर है। मस्क की ट्विटर को खरीदने की अप्रैल की पेशकश के बाद इस सौदे के पूरा होने में आई अड़चनों को देखें तो भारत मस्क के लिए कितना महत्वपूर्ण है, यह स्पष्ट होगा। मस्क चाहते थे कि पहले तो ट्विटर यह स्पष्ट करे कि उसके कुल उपयोगकर्ताओं में फर्जी एकाउंट्स कितने हैं। दूसरे, ट्विटर की भारत सरकार से कुछ संघर्षों पर उनकी आपत्ति थी। सौदा टूट जाने पर जब ट्विटर इसके खिलाफ अदालत में गया तो मस्क ने इस मसले को उठाया। ट्विटर भारत के नियमन को नजरअंदाज कर रहा था तो सरकार ने कुछ रोक लगाई। तब ट्विटर ने कर्नाटक उच्च न्यायालय में कुछ ब्लॉकिंग को हटाने के लिए याचिका दायर की थी। मस्क नहीं चाहते कि ट्विटर और भारत सरकार में किसी भी तरह का छत्तीस का आंकड़ा हो। वे कहते हैं कि ट्विटर को संबद्ध देशों के नियम-कानूनों का पालन करना चाहिए। इस मुद्दे को लेकर ट्विटर की खरीद रुकी पड़ी थी।
भारत सरकार ने नियम किए कड़े
भारत सरकार ने कहा कि ट्विटर का मालिक बदलने से कोई असर नहीं पड़ेगा। कंपनी को पहले की तरह स्थानीय कानूनों का पालन करना होगा। सूचना एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ‘किसका मालिक कौन है, इससे सरकार को क्या लेना-देना। हमारे कानून और नियम प्लेटफामर््स पर लागू होते हैं, फिर चाहे उसका मालिक कोई भी हो।’ भारत सरकार ने कंटेंट (सामग्री) के नियमन के नाम पर सोशल मीडिया कंपनियों की मनमानी पर अंकुश लगाने का फैसला किया है। इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रद्योगिकी मंत्रालय ने 28 अक्तूबर को फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब व इंस्टाग्राम के खिलाफ शिकायत के लिए सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन-2022 से जुड़े कानूनों को अधिसूचित कर दिया है।
अधिसूचना में कहा गया है कि केंद्र सरकार सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन नियम-2022 के लागू होने की तिथि से तीन महीने के भीतर अधिसूचना के माध्यम से एक या अधिक शिकायत अपीलीय समितियों का गठन करेगी। शिकायत अपीलीय समिति में उपयोगकर्ता किसी भी तरह के गलत व्यवहार की शिकायत दर्ज कर सकेंगे। उपयोगकर्ता के अकाउंट को बंद करना, कंटेंट को रोकना, उनके फॉलोअर को घटाना और बढ़ाना, बेतुके विज्ञापनों के मद्देनजर अपीलीय समिति गठित करना सरकार का अहम फैसला है। टेक कंपनियों को 24 घंटे में यूजर्स की शिकायतों को स्वीकार करना होगा। तेजी से उनका समाधान भी करना होगा। शिकायत अपीलीय समिति की ओर से जारी फैसले में पीड़ित उपयोगकर्ता को मुआवजा भी मुहैया कराया जाएगा।
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