प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शाइन सिटी के संचालकों पर कड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने मुख्य अभियुक्त राशिद नसीम व उसके साथियों की लगभग 18 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की है। ईडी को ज्ञात हुआ था कि रायबरेली, गोरखपुर, प्रयागराज, फतेहपुर, जालौन एवं कानपुर जनपदों में शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के संचालकों की संपत्तियां हैं। इन संपत्तियों को शाइन सिटी की अलग-अलग फ़र्म के नाम पर खरीदा गया था। ईडी की जांच में अभी तक जो साक्ष्य मिले हैं उसके अनुसार करीब 80 करोड़ की धोखाधड़ी की गई है।
मुख्य अभियुक्त राशिद नसीम एवं उसके साथियों ने बिहार, पश्चिम बंगाल एवं उत्तर प्रदेश में भी भूखंड खरीदा था। ये सभी कृषि योग्य जमीन थी, जो किसानों से खरीदी गई थी। उन जमीनों को दिखाकर लोगों से पैसे जमा कराए गए थे। लोगों को घर देने का सपना दिखाया गया था। राशिद नसीम मूल रूप से प्रयागराज के करेली का रहने वाला है। राशिद के खिलाफ लखनऊ के गोमतीनगर थाने में 400 से अधिक ठगी के मुकदमे दर्ज हैं।
ईओडब्ल्यू भी इस घोटाले की जांच कर रही है। राशिद नसीम के डालीबाग, बीकेटी और रायबरेली रोड स्थित संपत्तियों पर नोटिस चस्पा की जा चुकी है। इसके अलावा राशिद के खिलाफ न्यायालय से भी कुर्की का नोटिस जारी किया गया है। ईओडब्ल्यू भी शाइन सिटी के संचालकों की संपत्तियों की जानकारी जुटा रही है। शाइन सिटी इन्फ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड में उपलब्ध भूमि तथा निवेशकों को बेची गई भूमि का ब्योरा जुटाया जा रहा है। शाइन सिटी के प्रोजेक्ट को दिखाकर कितने लोगों को ठगा गया है, इसके बारे में ईओडब्ल्यू साक्ष्य संकलित कर रही है।
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