यूपी एटीएस ने एक बार फिर उत्तराखंड पुलिस को आईना दिखाते हुए मोहम्मद हारिस को हरिद्वार के झबराडा क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी युवक के संबंध बांग्लादेश के आतंकी संगठन से बताया जा रहा है। एक हफ्ता पहले हरिद्वार जिले से ही अली नूर नाम के शख्स को एटीएस ने पकड़ा था।
यूपी से उत्तराखंड में आकर छिप रहे देश विरोधी तत्वों को लेकर हरिद्वार पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। संदिग्ध आतंकी यहां मकान लेकर रह रहे हैं और उनका देवबंद के मदरसों से सीधा संबंध बताया जा रहा है। यूपी एटीएस ने मोहम्मद हारिस के साथ देवबंद थाना क्षेत्र से आस मोहम्मद को भी गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक यूपी एटीएस पिछले एक माह से बांग्लादेशी आतंकी संगठन गजवा-ए-हिंद से जुड़े लुकमान, शहजाद, कारी मुख्तार, मुदस्सिर, कामिल, नवाजिश अंसारी, मोहम्मद आलम को भी गिरफ्तार कर चुकी है। इन्हीं से पूछताछ के बाद देवबंद से आस मोहम्मद और झबराड़ा से मोहम्मद हारिस को गिरफ्तार किया गया है।
उत्तराखंड में पुलिस के सत्यापन अभियान पर भी सवाल
उत्तराखंड पुलिस ने बार-बार राज्य में बाहरी लोगों के सत्यापन अभियान शुरू करने की बात कही है। उत्तराखंड के यूपी से लगे जिलों में यूपी से आए मुस्लिम, बांग्लादेशी, म्यामार के रोहिंग्या लोग तेजी से अपनी आबादी बढ़ा रहे हैं। इनमें अपराधी प्रवृत्ति के लोग भी शामिल हैं। इनकी पहचान के लिए बार-बार सत्यापन अभियान चलाए जाने की बात कही तो जाती है, किंतु वो दो दिन की अखबारी सुर्खियां बनने के बाद खामोश हो जाती है। पिछले दिनों यूपी एटीएस ने जब बांग्लादेशी अलीनूर को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया तो उसके बाद स्थानीय पुलिस ने उसकी बीवी और दो बच्चों को भारत में गैर कानूनी रूप से रहने के आरोप में जेल भेजा। रुड़की, झबराड़ा, लक्सर, भगवानपुर, ज्वालापुर ऐसे क्षेत्र है, जहां संदिग्ध लोग शरण लिए हुए हैं।
एसएसपी का तबादला
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में लंबे समय से टिके एसएसपी डॉ योगेंद्र सिंह रावत का तबादला कर दिया गया है। उनकी जगह एटीएस के प्रभारी एसएसपी अजय सिंह को हरिद्वार भेजा गया है। एसएसपी अजय सिंह तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी माने जाते हैं। माना जा रहा है कि उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार हरिद्वार में बढ़ रहे संदिग्ध लोगों की गतिविधियों से चिंतित थे और इसी वजह से यहां की पुलिस टीम को बदला गया है।
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