गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने वहां के किसानों को पांच फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का वादा किया है, लेकिन इस वादे से पार्टी पंजाब के किसानों व विपक्ष के निशाने पर आ गई है। किसानों ने इसे धोखेबाजी बताया है, तो भाजपा ने कहा कि पंजाब में एमएसपी पर तीन फसलों की खरीददारी केंद्र सरकार कर रही है न कि पंजाब सरकार।
केजरीवाल ने किसानों को एमएसपी का यह दावा गुजरात के सूरत में चुनाव प्रचार के दौरान किया था। उन्होंने कहा कि पंजाब की तरह गुजरात में भी पार्टी की सरकार बनने पर विभिन्न फसलों को एमएसपी पर खरीदा जाएगा। उनके इस बयान के बाद पंजाब में राजनीति गरमा गई है। पंजाब में किसान संगठनों ने भी विपक्ष की हां में हां मिलाते हुए इस बयान को गलत बताते हुए केजरीवाल से पूछा है कि जिन फसलों पर राज्य में आप सरकार बनने के बाद एमएसपी देना शुरू किया गया है, उसकी सूची उपलब्ध कराएं अन्यथा गुजरात के लोगों को गुमराह न करें।
भारतीय किसान यूनियन उगराहां के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां व भाजपा के महासचिव डा. सुभाष शर्मा ने कहा कि गेहूं, धान और कपास पहले से ही केंद्र सरकार द्वारा खरीदी जा रही है। शेष फसलों पर केंद्र सरकार केवल एसमएसपी की घोषणा करती है, लेकिन खरीदती नहीं है। इस वर्ष पंजाब सरकार ने मूंग की फसल एमएसपी पर खरीदने की घोषणा की थी, लेकिन कुल पैदावार में से 10 प्रतिशत फसल पर ही एमएसपी पर खरीदी गई। 90 प्रतिशत फसल किसानों ने व्यापारियों को एमएसपी से कम दाम पर बेची।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मूंग की फसल पर एमएसपी पर खरीदने की घोषमा की, लेकिन पूरी फसल नहीं खरीदी। धान की सीधी बिजाई करने पर किसानों को 1500 रुपये प्रति एकड़ देने का वादा किया, लेकिन एक भी पैसा नहीं दिया। भाजपा नेता डॉ. शर्मा ने कहा कि जो सूची केजरीवाल ने दी है उसमें गेहूं, धान और कपास की फसलें पहले से ही केंद्र सरकार एमएसपी पर खरीद रही है। जहां तक मूंग की बात है तो उसका परिणाम सबके सामने है। किसानों से धोखा किया गया है और अब इसी धोखे को गुजरात में दोहराने की साजिश चल रही है।
पंजाब मंडी बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार भारत सरकार ने 23 फसलों पर एमएसपी की घोषणा करती है। इनमें से पंजाब की मंडियो में 16 फसलें आती हैं, लेकिन एमएसपी पर खरीद केवल गेहूं, धान और कपास की ही होती है। कपास भी उस समय खरीदी जाती है जब यह एमएसपी से कम पर बिक रही हो। आम आदमी पार्टी को पंजाब में वायदा खिलाफी व झूठ बोलने खामियाजा देश के विभिन्न हिस्सों में होने वाले विभिन्न चुनावों में उठाना पड़ सकता है।
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