वाराणसी पुलिस ने झांसी से दो साइबर ब्लैकमेलर को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि मोहम्मद नासिर और चंद्रपाल परिहार व्हाट्सएप कॉल के जरिए छात्राओं को ब्लैकमेल करते थे। पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया, कि दोनों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
बता दें बीएचयू की एक छात्रा साइबर जालसाजी का शिकार हुई थी। जिसके बाद पीड़िता ने लंका थाने में तहरीर दी थी। छात्रा की तहरीर के बाद पुलिस ने साइबर एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दोनों की तलाश शुरू कर दी थी।
जौनपुर की रहने वाली पीड़ित छात्रा ने बताया, कि वह बीएचयू से स्नातक की पढ़ाई कर रही है। 11 सितंबर की रात व्हाट्सएप पर अंजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने अपना परिचय आईपीएस अंकित गुप्ता के रूप में दिया। उसकी प्रोफाइल पर डीआईजी की डीपी लगी थी। कॉल करने वाले ने कहा, कि आपकी अश्लील वीडियो और फोटो वायरल हो रही है। सुबह आपके घर पुलिस जाएगी। और इससे बचना है, तो तुम पैसे दो तो फोटो और वीडियो वायरल नहीं होगी। छात्रा ने डर कर 2400 रुपये उसके द्वारा बताए गए नंबर पर ट्रांसफर कर दिए।
ब्लैकमेलर इनते पर ही नहीं रुके। उन्होंने छात्रा को दोबारा कॉल किया, और पैसों की मांग करने लगे। यह मांग उनकी लगातार बढ़ती जा रही थी। जिसके बाद छात्रा ने परेशान होकर थाने में तहरीर दी थी।
पुलिस ने बताया, कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्त झांसी जिले के गुरसराय थाना क्षेत्र के सरसेड़ा निवासी चंद्रपाल परिहार और सगरा निवासी मोहम्मद नासिर के तौर पर पहचान हुई है। क्राइम ब्रांच और पुलिस की टीम इन दोनों से पूछताछ कर इनके नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है।
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