प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 5जी सेवा की शुरुआत कर दी है। दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2022 के उद्घाटन समारोह में इस सेवा की शुरुआत की गई। इस मौके पर केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 5जी सेवा भारत में नए दौर की दस्तक है। यह समिट तो ग्लोबल है लेकिन आवाज़ और आगाज़ लोकल है। आज 21वीं सदी के विकसित होते भारत के सामर्थ्य का, इस सामर्थ्य को देखने का, उसके प्रदर्शन का विशेष दिवस है। आज़ादी के अमृत महोत्सव के इस ऐतिहासिक कालखंड में आज की तारीख इतिहास में दर्ज़ होने वाली है। आज देश की ओर से, देश की टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से, 130 करोड़ भारतवासियों को 5G के तौर पर एक शानदार उपहार मिल रहा है। 5G, देश के द्वार पर नए दौर की दस्तक है। 5G, अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत है। मैं प्रत्येक भारतवासी को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं जब हम ‘डिजिटल इंडिया’ की बात करते हैं तो कुछ लोग समझते हैं कि यह सरकारी एक योजना है। लेकिन यह सिर्फ नाम नहीं है यह देश के विकास का बहुत बड़ा विजन है। इस विजन का लक्ष्य उस टेक्नोलॉजी को आम लोगों के लिए पहुंचाना है जो आम लोगों के लिए और उनसे जुड़कर काम करे।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 5G सेवाओं से कई क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, लॉजिस्टिक्स, बैंकिंग में मूलभूत परिवर्तन आएगा और नई संभावना पैदा होंगी। डिजिटल क्षमताएं को बीच में रखकर उसके चारों तरफ नई सेवाएं बनेंगी।
भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक-अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने इसे एक महत्वपूर्ण दिन करार दिया। उन्होंने कहा कि एक नए युग की शुरुआत होने वाली है। यह शुरुआत आजादी के 75वें वर्ष में हो रही है और देश में एक नई जागरूकता, ऊर्जा की शुरुआत करेगी। यह लोगों के लिए कई नए अवसर खोलेगा।
वहीं, रिलायंस इंड्रस्टीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि मेरे विचार से 5G वह मूलभूत तकनीक है जो 21वीं सदी की अन्य तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचैन और मेटावर्स की पूरी क्षमता को अनलॉक करने में मदद करेगी।
Historic day for 21st century India! 5G technology will revolutionise the telecom sector. https://t.co/OfyAVeIY0A
— Narendra Modi (@narendramodi) October 1, 2022
पहले चरण में 13 शहरों में मिलेगी सेवा
पहले चरण में 5जी की सेवा 13 शहरों में मिलेगी। इन शहरों में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, चंडीगढ़, गुरुग्राम, हैदराबाद, लखनऊ, पुणे, गांधीनगर, अमदाबाद और जामनगर शामिल हैं। बताया जा रहा है कि दो साल में पूरे देश में सेवा शुरू हो जाएगी।
बढ़ेगी स्पीड
भारत वैश्विक दूरसंचार मानचित्र पर विशेष जगह रखता है, कम से कम डेटा कनेक्टिविटी की कम लागत और डेटा के औसत प्रयोग के मामले में। देश में इंटरनेट कनेक्टिविटी का दायरा भी लगातार व्यापक होता जा रहा है। 5जी के लिए 4जी से एकदम अलग दूरसंचार वेवलैंथ (मिलीमीटर वेवलैंथ) का इस्तेमाल होता है। इसका अर्थ यह हुआ कि 5जी 4जी की तुलना में बहुत अधिक मात्रा में डेटा का परिवहन करने में सक्षम है। 4जी नेटवर्क पर जिस फिल्म को डाउनलोड करने में पांच मिनट लगते हैं, वही फिल्म 5जी नेटवर्क पर आधे मिनट में ही डाउनलोड हो जाएगी।
5जी के आने से भारत में इंटरनेट की रफ़्तार में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। फिलहाल मोबाइल पर इंटरनेट की स्पीड के मामले में भारत दुनिया में 125 वें नंबर पर है। यह दावा दुनिया भर में इंटरनेट कनेक्टिविटी की रफ्तार को मापने वाली कंपनी ‘ऊकला’ का है। उसका कहना है कि ब्रॉडबैंड की रफ्तार के मामले में भारत 79वें नंबर पर ठहरता है। हालांकि दूसरी तरफ प्रति व्यक्ति औसत डेटा खपत के मामले में भारत 18 गीगाबाइट डेटा के साथ बाकी दुनिया से बहुत आगे है। जहां दुनिया का आंकड़ा 11 गीगाबाइट है, वहीं भारत औसतन करीब डेढ़ गुना डेटा की खपत कर रहा है। 5जी के आने से भारत में डेटा की रफ्तार कई गुना बढ़ जाएगी और उसके साथ ही कामकाज के बहुत सारे क्षेत्रों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। खास तौर पर उद्योग जगत, स्वास्थ्य सेवाओं, संचार, सरकारी सेवाओं, मनोरंजन, खेती-बाड़ी, रक्षा क्षेत्र आदि पर इसका सकारात्मक असर पड़ेगा। स्मार्ट शहरों के विकास तथा इंटरनेट आफ थिंग्स जैसी नई तकनीकों के प्रसार को इससे काफी गति मिल सकती है जो घरों, दफ्तरों, प्रयोगशालाओं और सड़कों आदि में इंटेलिजेंट उपकरणों, इंटेलिजेंट वाहनों आदि के इस्तेमाल का रास्ता साफ करेगा।
टिप्पणियाँ