गत दिनों नई दिल्ली में ‘दधीचि देहदान समिति’ ने दो दिवसीय एक कार्यक्रम का आयोजन किया। पहले दिन यानी 3 सितंबर को एनडीएमसी कन्वेंशन हॉल में हुए कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मांडविया ने किया।
इसके बाद चार सत्रों में देहदान और अंगदान के लिए कार्य करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने विचार रखे। इसमें 22 राज्यों की 46 संस्थाओं का प्रतिनिधित्व रहा।
सिक्किम के राज्यपाल श्री गंगा प्रसाद चौरसिया, विदेश राज्यमंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन आदि का मार्गदर्शन मिला। विशेष बात यह रही कि उपस्थित लोगों ने देहदान और अंगदान का संकल्प लिया।
दूसरे दिन का कार्यक्रम आंबेडकर सभागार में हुआ। इसका उद्घाटन उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने किया। उन्होंने ‘दधीचि देहदान समिति’ की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह देहदान और अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अच्छा कार्य कर रही है।
इस अवसर पर परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश की साध्वी भगवती सरस्वती और अन्य अतिथियों ने ‘सकारात्मकता से संकल्प विजय’ पुस्तक का विमोचन किया।
बता दें कि ‘दधीचि देहदान समिति’ की स्थापना वर्तमान में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष और देश के प्रसिद्ध अधिवक्ता श्री आलोक कुमार ने 25 वर्ष पहले की थी। अब तक यह समिति हजारों लोगों को अंगदान और देहदान का संकल्प दिला चुकी है।
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