भ्रष्टाचार के कीचड़ में धंस चुकी आम आदमी पार्टी के नेताओं पर बैड करेक्टर से लेकर दंगे भड़काने तक का आरोप लग रहा है। आम आदमी पार्टी के दो विधायकों संजीव झा और अखिलेश पति त्रिपाठी को दंगे भड़काने का दोषी पाया गया है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में दोनों सजा पर 21 सितंबर को जिरह होगी।
संजीव झा और अखिलेशपति त्रिपाठी को दंगा और पुलिसकर्मियों पर हमले का दोषी पाया गया है। कोर्ट ने उनके साथ ही 15 अन्य लोगों को भी दोषी करार दिया है। मामला सात साल पुराना है। फरवरी 2015 में भीड़ ने बुराड़ी पुलिस स्टेशन पर हमला किया था। भीड़ गिरफ्तार किए गए दो लोगों को छोड़ने की मांग कर रही थी। पुलिस स्टेशन पर पथराव भी हुआ था। कोर्ट ने पाया कि दोनों विधायक संजीव झा और अखिलेशपति त्रिपाठी न केवल दंगाई भीड़ में शामिल थे बल्कि भीड़ को उकसा भी रहे थे।
अमानतुल्ला खान को बैड करेक्टर करार दिया
ओखला विधानसभा क्षेत्र से ‘आप पार्टी’ के विधायक अमानतुल्ला खान को दिल्ली पुलिस ने जामिया थाने का बैड करेक्टर करार दिया है। बीते मार्च महीने में यह कार्रवाई हुई थी। जिसका खुलासा अमानतुल्ला खान के जेल जाने के बाद हुआ है। विधायक को घोषित बदमाश बनाने के लिए दक्षिण-पूर्व जिला डीसीपी ईशा पांडे की तरफ से मंजूरी दी गई है। जानकारी के अनुसार अमानतुल्ला खान पर पहले से कई मामले दर्ज हैं। इसे लेकर कुछ समय पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक में अमानतुल्लाह खान को थाने का घोषित बदमाश ( बीसी) बनाने के निर्देश दिए गए थे।
स्वराज मॉडल से शराब मॉडल तक
अरविंद केजरीवाली की पार्टी स्वराज मॉडल से लेकर शराब मॉडल तक पहुंच गई है। अन्ना हजारे ने बड़े व्यथित मन से एक पत्र अरविंद केजरीवाल को लिखा था। यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें उन्होंने केजरीवाल से कहा कि वह दिल्ली में शराब की दुकानें बंद कर दें। यह भी कहा कि शराब की तरह सत्ता का भी नशा होता है। अन्ना हजारे ने पत्र में कहा कि अरविंद केजरीवाल ने स्वराज पुस्तक में बड़ी-बड़ी बातें की थीं, लेकिन इसका असर उनके आचरण में नहीं दिख रहा है। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार मैं आपको खत लिख रहा हूं। पिछले कई दिनों से दिल्ली सरकार की शराब नीति को लेकर जो खबरें आ रही हैं, उन्हें पढ़कर दुख होता है।
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