देहरादून। हरिद्वार के पथरी क्षेत्र में जहरीली शराब के सेवन से दो दिनों में सात लोगो की मौत हो गई। मुख्यमंत्री ने इस मामले में सख्ती बरती है। आबकारी निरीक्षक सहित आबकारी विभाग के नौ कार्मिकों को निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस घटना में दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आबकारी विभाग को निर्देश दिया कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इसमें जो भी दोषी या लापरवाह पाया जाए उस पर कठोर कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर आबकारी आयुक्त हरि चंद्र सेमवाल ने आबकारी विभाग के नौ कार्मिकों को निलम्बित करने का आदेश जारी किया है।
आदेश मे कहा गया है कि दिनांक 09.09.2022 को जनपद हरिद्वार के क्षेत्र-3 लक्सर के अन्तर्गत ग्राम फूलगढ़ एवं शिवगढ़ थाना-पथरी में मदिरा के सेवन से जनहानि हुई है। क्षेत्र 3 लक्सर हरिद्वार एवं जनपदीय प्रवर्तन, हरिद्वार के स्टॉफ की लापरवाही एवं ढिलाई दिखी है। क्षेत्र-3 लक्सर हरिद्वार एवं जनपदीय प्रवर्तन हरिद्वार में तैनात आबकारी निरीक्षक, उप आबकारी निरीक्षक, प्रधान आबकारी सिपाही एवं आबकारी सिपाहियों को उत्तराखण्ड कर्मचारी आचरण नियमावली-2002 के नियम-3 का व 2 में दिये गये प्राविधानों का स्पष्ट उल्लंघन का दोषी पाते हुए नौ कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया जाता है। संयुक्त आबकारी गढ़वाल मण्डल, देहरादून के कार्यालय से सम्बद्ध किया गया है ।
उधर, घटना क्षेत्र के थाना प्रभारी सहित चार पुलिस कर्मियों को एसएसपी डा.योगेंद्र रावत ने पहले ही निलंबित कर दिया है। हरिद्वार के जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने बताया कि जिन सात लोगों की मौत हुई है, उनमें से तीन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शराब कारण नहीं है। डीएम के इस बयान का कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस अध्यक्ष करण मेहरा ने कहा कि जिलाधिकारी घटना की जिम्मेदारी लेने से बच रहे हैं और अधिकारियों को बचा रहे हैं।
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