कोरोना काल के बाद पहली बार ऐसा अद्भुत नजारा कान्हा की नगरी में देखने के मिल रहा है कि चहुंओर जगत पालनहार के प्राकट्योत्सव का बेसब्री से इंतजार हो रहा है, देश के कोने कोने से आए श्रद्धालु ही कम नहीं है कि विदेशी भक्तों का हजारों की संख्या में यहां श्रीकृष्ण के जन्मदिवस पर शामिल होने को यहां पहुंचे है। इसमें यूक्रेन, रूस, अमेरिका, इटली समेत 40 देशों से आए 10 हजार विदेशी भक्त भी हैं। यह सभी कृष्ण भक्ति में झूम रहे हैं। हरे राधा-हरे कृष्णा का उद्घोष करते हुए नाच रहे हैं। लोगों को भंडारे का अन्न परोस रहे हैं।
अमेरिका की मारिया जन्माष्टमी मानने के लिए वृंदावन के इस्कॉन मंदिर पहुंची हैं। उनके गले में छोटा स्पीकर है और वो ’हरे रामा-हरे कृष्णा’ गा रही हैं। आपको कैसा लग रहा है? इस सवाल पर मारिया ने हंसते हुए अंग्रेजी में कहा, “अमेजिंग…एंड आई लव कृष्णा।“ लॉस एंजेलिस शहर की मारिया पिछले आठ साल से भगवत गीता का पाठ कर रही हैं। वो इस्कॉन से जुड़ी हुई हैं।
चौथी बार जन्माष्टमी मनाने वृंदावन पहुंची मारिया ने बताया, “मेरा पूरा परिवार जन्माष्टमी मनाने वृंदावन आया है। हम हर साल मथुरा आते हैं। यहां 10 दिन तक कृष्ण के भजन गाते हैं और खूब नाचते हैं। मुझे कान्हा के भजन गाना अच्छा लगता है। इससे बहुत शांति मिलती है।“ इस्कॉन मंदिर में श्रद्धालुओं को भंडारा परोस रहीं हरिनामा यूक्रेन से आई हैं।
पिछले दो साल कोरोना के चलते नहीं आ पाईं। जबकि उसके पहले पांच साल से लगातार वृंदावन आती रही हैं। श्रद्धालुओं को प्रसाद देते हुए हर बार राधे-राधे कहना नहीं भूलती हैं। लगातार भारत आने कारण वह अब हिन्दी भी समझने लगी हैं। हालांकि बोल नहीं पाती हैं। मंदिर के अंदर एक हिस्से में चारों तरफ विदेशी नजर आते हैं। हरे राधे-हरे कृष्णा गाते हुए सभी झूम रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के जॉर्डन और फ्लोरिडा एक किनारे बैठे फोटो खींच रहे थे। हमने बात की तो जवाब मिला, “दिस इज हॉली प्लेस, वी लव इट हियर।“ इसका हिन्दी मतलब हुआ, यह बहुत अच्छी जगह है, हमें बहुत पसंद है। इसके बाद वह फोटो खींचने लगे। सफेद भारतीय पोशाक पहने नजर आए इटली के फ्लोरेंस में जन्मे अल्बर्टो बलदीनी 20 साल से वृंदावन में हैं। दिन में 10 घंटे राधा-कृष्ण का जाप करते हैं। 2 घंटे गीता का पाठ करते हैं।
अल्बर्टो ऑफ कैमरा बात करते हुए बताते हैं, “मेरे लिए कृष्ण ही सब कुछ हैं। उनकी भक्ति से शांति मिलती है। मेरे लिए हर दिन कृष्ण जन्माष्टमी है।“ मलेशिया के इपोह शहर के रहने वाले स्टीव ने कहा, “मैं वृंदावन जन्माष्टमी मनाने आया हूं। जब मलेशिया में रहता हूं तब भी भगवान कृष्ण की पूजा करता हूं। मैंने अपने घर में कृष्ण का मंदिर बना रखा है। लगातार 12 साल से कान्हा का बर्थडे मनाने वृंदावन आ रहा हूं। मैंने इंग्लिश में भगवत गीता को सुना है, गीता ने मुझे जीना सिखाया है।”
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