बिजनौर जिले में शेरकोट कस्बे के पास कांवड़ यात्रा के दौरान दो मुस्लिम युवकों द्वारा भगवा गमछा बांधकर मजार में तोड़फोड़ करने के मामले को यूपी एटीएस ने अपने हाथ में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए युवकों को रिमांड पर लिया जा रहा है।
तीन दिन पहले धामपुर शेरकोट के बीच एक मजार को भगवा धारी दो युवकों ने तोड़ डाला था। इस बात की जानकारी मिलते ही पुलिस जब वहां पहुंची तो मालूम हुआ कि दोनों युवक मुस्लिम हैं और इनका नाम कमाल और आदिल है। दोनों ही पास के गांव के रहने वाले हैं। इनका मकसद कांवड़ यात्रा के दौरान तनाव फैलाना था।
उल्लेखनीय है कि इस मार्ग से हजारों कांवड़िए गुजरते हैं और आसपास मुस्लिम आबादी है। पुलिस ने गिरफ्तार युवकों को जेल भेज दिया था। अब यह केस यूपी एटीएस को सौंप दिया गया है। एटीएस के अधिकारी बिजनौर पहुंच गए हैं। साथ ही खुफिया विभाग के उच्च अधिकारी भी इस मामले को लेकर गंभीर हुए हैं। वे भी इसकी तह तक जाना चाहते हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कोर्ट से रिमांड लेकर एटीएस कमाल और आदिल से पूछताछ करना चाहती है। जेल में भी न्यायिक हिरासत में पुलिस ने ढाई घंटे तक आरोपियों से पूछताछ की थी।
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि आदिल और कमाल के पीछे कोई मास्टर माइंड काम कर रहा था जो क्षेत्र में दंगा भड़काना चाह रहा था। बहरहाल पुलिस अपनी एजेंसियों के जरिए मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
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