पूर्णिमा के अगले दिन शुरू हुई श्रावण कांवड़ यात्रा का आज शुभारंभ हो गया। गंगा के घाट आज कांवड़ियों से भगवामय हो गए। बम-बम भोले और गंगा मईया के जय घोष के साथ ही लाखों कांवड़ियों ने आज गंगा में डुबकी लगाई और गंगा जल लेकर अपने-अपने घरों की तरफ कूच किया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शिव भक्त कांवड़ियों का स्वागत है और वे जाते वक्त अपने हाथों में राष्ट्र ध्वज लेकर चलें, ताकि आजादी के अमृत महोत्सव का भी समा बंधे। उन्होंने कहा कि गंगा जल अमृत समान है और आजादी का अमृत महोत्सव भी है। मुख्यमंत्री की इस अपील के बाद हरिद्वार में कांवड़ियों के हाथों में तिरंगे ध्वज भी देखे गए। हरिद्वार में कांवड़ मेले में रोजाना करीब तीस लाख शिव भक्तों के गंगा जल लेने आने का अनुमान है। कांवड़ मेले को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने चारधाम यात्रियों को अपनी यात्रा के लिए वैकल्पिक मार्ग चुनने का आग्रह किया है, ताकि वो जाम से बच सकें।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि दिल्ली से आने वाले चारधाम यात्रियों को दिल्ली-देहरादून-यमनोत्री, दिल्ली-देहरादून-ऋषिकेश, नजीबाबाद-पौड़ी-कर्णप्रयाग, हल्द्वानी-रानीखेत -कर्ण प्रयाग यात्रा मार्ग चुनना चाहिए। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं। करीब 30 हजार पुलिस कर्मी इस वक्त कांवड़ मेले में तैनात हैं, जिनमें महिला और पुरुष कमांडों भी शामिल हैं।
मेरठ पहुंचे डीजीपी
उत्तर प्रदेश के डीजीपी देवेंद्र चौहान, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी कांवड़ यात्रा का जायजा लेने मेरठ पहुंचे और उन्होंने मेरठ-रुड़की मार्ग के साथ-साथ जलाभिषेक मंदिरों का भी दौरा कर व्यवस्थाओं को देखा। मेरठ के आईजी, कमिश्नर, एसएसपी, डीएम और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने कांवड़ यात्रा की जानकारी उन्हें दी। दोनों अधिकारियों के हवाई सर्वेक्षण की भी योजना है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जल्द ही कांवड़ यात्रा का प्रबंध देखने और शिव भक्तों का सम्मान करने मेरठ और पश्चिम उत्तरप्रदेश का दौरा करेंगे।
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