अमरनाथ की पवित्र गुफा के पास बादल फटने से आई बाढ़ में 13 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि घायलों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। बाढ़ का पानी कम से कम 25 टेंट अपने साथ बहा ले गया है जिसमें 40 श्रद्धालुओं के बहने की आशंका जताई जा रही है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत आपदा प्रबंधन से जुड़ी तमाम एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं।
जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना में अब तक 13 श्रद्धालुओं के शव निकाले जा चुके हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
जानकारी के अनुसार बादल फटने की घटना शाम करीब साढ़े पांच बजे हुई। बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई जिसमें 13 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि पांच लोग सुरक्षित बचाए गए हैं। इस दौरान करीब 40 तीर्थयात्री लापता हैं। बाढ़ से दो दर्जन से अधिक टेंट और तीन लंगर बह गए हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों के अलावा पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। आपदा प्रबंधन दल यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं और घायलों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है।
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पहली जुलाई को श्रद्धालुओं के पहले जत्थे ने दर्शन किए थे और 7 जुलाई तक यह आंकड़ा एक लाख के पार कर गया था। हालांकि इस दौरान एक दिन खराब मौसम के कारण यात्रा स्थगित भी रही थी। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों सहित सुरक्षाबल राहत व बचाव कार्य में जुट गए हैं।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया दुख
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अमरनाथ में बादल फटने के चलते श्रद्धालुओं की मौत पर दुख जताया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि वे यह जानकर व्यथित हैं कि अमरनाथ मंदिर के पास बादल फटने से कई लोगों की जान चली गई। वे शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। फंसे हुए लोगों की मदद के लिए राहत और बचाव के उपाय जोरों पर है। वे प्रार्थना करते हैं और आशा करते हैं कि यात्रा जल्द ही फिर से शुरू हो।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से व्यथित हैं। वे शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की और स्थिति का जायजा लिया। बचाव और राहत कार्य जारी है। प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि अमरनाथ में पवित्र गुफा के निकट बादल फटने के कारण कई श्रद्धालुओं की असामयिक मृत्यु बेहद दुखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। घायल व लापता श्रद्धालुओं की कुशलता के लिए प्रार्थना है। गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि बाबा अमरनाथ जी की गुफा के पास बादल फटने से आयी फ्लैश फ्लड के संबंध में राज्यपाल मनोज सिन्हा से बात कर स्थिति की जानकारी ली है। एनडीआरफ, सीआरपीएफ और बीएसएफ स्थानीय प्रशासन के साथ बचाव कार्य में लगे हैं। लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। सभी श्रद्धालुओं की कुशलता की कामना करते हैं।
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