पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री अपनी बातों से गुपचुप पलटने के लिए बदनाम हैं। वे बढ़—चढकर बयान देते हैं फिर चुपचाप पलट जाते हैं। इपनी इसी ‘खूबी’ बनाए रखते हुए पड़ोसी देश के पूर्व प्रधानमंत्री ने बताते हैं अब अमेरिका से हाथ जोड़कर माफी मांगी है। इसका खुलासा किसी और ने नहीं, खुद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने किया है।
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने यह सनसनीखेज खुलासा करके अपने मुल्क के सियासी गलियारों में एक बवंडर सा पैदा कर दिया है। इतना ही नहीं, उनके इस खुलासे ने इमरान को चारों खाने चित कर दिया है और उनके आरोपों को फुस्स कर दिया है। ख्वाजा ने कहा है कि इमरान खान और उनकी पार्टी अमेरिका से माफी मांग रही है।
ध्यान देने की बात है कि अपनी सरकार के डगमगाने के साथ ही पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शाहबाज और पूरे विपक्ष पर एक के बाद एक आरोप लगाए थे। फिर शाहबाज सरकार बनने के बाद उन्होंने आरोपों को नई धार दी थी। इमरान खान यहां तक बोले थे विदेशी ताकत ने उनकी सरकार गिराई है। उनका साफ इशारा अमेरिका की तरफ था। इमरान खुलकर बोले थे कि शाहबाज सरकार अमेरिका के इशारों पर काम कर रही है। अमेरिका ने इस आरोप का तुरंत खंडन किया था।
लेकिन अब ख्वाजा आसिफ के खुलासे के अनुसार, अपने गलत बयानों के लिए ही इमरान खान ने माफी मांग ली है। इमरान ने यह माफी अमेरिका से उस ‘विदेशी साजिश’ वाले बयान के लिए ही माफी मांगी है।
लेकिन इमरान खान ने यह माफी मांगी कब और कहां? इस सवाल का जवाब देते हुए आसिफ ने एक न्यूज एजेंसी को बताया है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और उनकी की पार्टी ने अमेरिका के अधिकारी डोनाल्ड लू से माफी मांगी है और वह भी बहुत छुप—छुपाकर। दरअसल लू वही अमेरिकी अधिकारी हैं जिन पर इमरान ने उनकी सरकार को गिराने के लिए सीधा सीधा आरोप लगाया था कि लू ने धमकी दी थी।
क्या इमरान की उस माफी मांगने का कोई सबूत भी है? इस पर ख्वाजा के अनुसार, इस्लामाबाद की नई सरकार को डोनाल्ड लू से माफी मांगने के सारे सबूत मिल गए हैं। पाकिस्तान के टेलीविजन चैनल जियो न्यूज के एक कार्यक्रम में ख्वाजा ने कहा कि उन्होंने डोनाल्ड लू से पीटीआई के उनसे माफी मांगने से जुड़े सभी रिकॉर्ड हासिल कर लिए हैं। पीटीआई के नेताओं की अमेरिकी सरकार के साथ बैठक हुई है, इसके सबूत मिले हैं।
ख्वाजा के अनुसार, इमरान खान रैलियों में अमेरिका के विरुद्ध नारेबाजी किया करते थे, अब उसके लिए माफी मांग रहे हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का यह भी कहना था कि पीटीआई नेता ने अमेरिका को एक पैगाम भेजा है और हालात को ठीक करने के साथ ही अमेरिका के साथ रिश्ता पटरी पर लाने की कोशिश की है।
इतना ही नहीं, आसिफ का कहना था कि इमरान खान अब सरकारी संस्थानों को बदनाम करने में लगे हुए हैं क्योंकि अब वह कुर्सी पर नहीं रहे हैं। उन्हें शर्म आनी चाहिए कि संस्थानों पर बेकार के आरोप लगाते हैं।
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