उदयपुर में मंगलवार को नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट के खिलाफ एक व्यक्ति की नृशंस हत्या के मामले में राजनीति का दौर तेज हो चुका है। इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार सवालों से घिरते जा रहे हैं। एक तरफ विपक्ष ने सीएम गहलोत के राज पर अंगुलियां उठाई है, तो दूसरी तरफ सचिन पायलट समर्थक और प्रियंका गांधी के करीबी आचार्य प्रमोद ने अशोक गहलोत को ट्विटर के जरिए नसीहत दी है। घटना के बाद आचार्य प्रमोद ने टवीट करते हुए लिखा कि अशोक गहलोत जी अब राजधर्म निभाने का समय आ गया है।
“राजधर्म”
निभाने का “समय”
आ गया @ashokgehlot51 जी.— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) June 28, 2022
इसके साथ ही आचार्य प्रमोद ने लिखा, ‘धमकी मिलने के बावजूद भी ‘कन्हैया’ को सुरक्षा उपलब्ध क्यूं नहीं करायी गयी, क़ातिलों के साथ साथ ‘पुलिस’ प्रशासन भी बराबर का दोषी है, SSP, DIG के खिलाफ अभी तक कार्यवाही क्यूं नहीं की गयी, क्या ‘राजस्थान’ में ‘सरकार’ का इक़बाल बिलकुल ख़त्म हो गया है…???’
धमकी मिलने के बावजूद भी “कन्हैया”
को सुरक्षा उपलब्ध क्यूँ नहीं करायी गयी, क़ातिलों के साथ साथ “पुलिस”
प्रशासन भी बराबर का दोषी है,SSP DIG के ख़िलाफ़ अभी तक कार्यवाही क्यूँ नहीं की गयी, क्या “राजस्थान” में “सरकार” का इक़बाल बिलकुल ख़त्म हो गया है…??? https://t.co/tTQWY6pzAu— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) June 28, 2022
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर हत्याकांड के बाद ट्विटर पर घटना की भर्त्सना की थी, इसको ही टैग कर उन्होंने राजस्थान में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस मामले में डीजीपी पर भी कार्रवाई की मांग की है। दरअसल, आचार्य का ट्वीट कानून व्यवस्था के बहाने सीधे सीधे सीएम को कटघरे में खड़ा करता है क्योंकि राजस्थान में कानून व्यवस्था का जिम्मा बतौर गृहमंत्री खुद सीएम अशोक गहलोत के कंधों पर ही है।
आचार्य प्रमोद सोशल मीडिया पर लगातार अपने विचारों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। उन्हें कांग्रेस विचारक के रूप में जाना जाता है, पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी के साथ उत्तर प्रदेश में उन्हें अकसर राजनीतिक दौरों में देखा जाता है। बताया जाता है कि राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट की तनातनी के बाद पायलट गुट से आलाकमान के अलगाववाद के बीच प्रियंका गांधी के जरिए सुलह का रास्ता आचार्य प्रमोद ने ही तैयार किया था। वो राजस्थान की राजनीतिक उठापटक को लेकर अकसर सोशल मीडिया पर कमेंट्स करते रहते हैं।
राजस्थान में हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों के बीच बीते दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रत्यक्ष रूप से सचिन पायलट पर खरीद फरोख्त के आरोप लगाए थे। इसके बाद सचिन पायलट ने अपने टोंक दौरे पर इसका जवाब दिया था। इस बयानबाजी की पृष्ठभूमि में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से किया गया एक बयान था, जिसमें उन्होंने सचिन पायलट की तारीफ सब्र के लिहाज से की थी। इसके बाद सीएम गहलोत के बयान को लेकर अपने ट्विटर अकाउंट पर भी आचार्य प्रमोद ने सीधे ये लिखा था कि सचिन पायलट की तारीफ हजम नहीं हो रही और अचानक फूड प्वाइजनिंग हो गई है।
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