देहरादून में देवबंद सहारनपुर से चल रहा है भूमि कब्जाने का खेल
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तराखंड

देहरादून में देवबंद सहारनपुर से चल रहा है भूमि कब्जाने का खेल

शत्रु संपत्तियों के फर्जी दस्तावेजों बना कर सरकार और निजी भूमि पर मालिकाना हक जताने का दावा कर रहे है मुस्लिम

by
Jun 22, 2022, 07:01 pm IST
in उत्तराखंड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

उत्तराखंड राज्य बनने के बाद राज्य में मुस्लिम आबादी, देश में असम के बाद सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। ये ऐसे ही नही बढ़ रही है इसके पीछे एक षडयंत्र चल रहा है और इसके पीछे यूपी के पड़ोसी जिले सहारनपुर से मुस्लिम नेताओं के दिमाग चल रहे है जिनके संबंध देवबंद के मदरसों से भी बताए जा रहे है।

उत्तराखंड में यूपी से लगे सहारनपुर मुजफ्फरनगर  जिले से बड़ी संख्या में मुस्लिम देहरादून और हरिद्वार में आकर बस रहे है। राजधानी देहरादून में एक बड़े षडयंत्र के तहत ये आकर बस रहे है। हाल के कुछ महीनो में ऐसे प्रमाण मिले है कि सहारनपुर देवबंद के मुस्लिमो ने देहरादून में रहने वाले हिंदू परिवारों की संपत्तियो और सरकारी भूमि को अपना बताते हुए दावा किया है कुछ मामलों में तो इनके द्वारा गुपचुप तरीके से अपने नाम इन सम्पत्तियो को चढवा भी लिया गया है और ये संपत्तियां विवाद का विषय भी बन गई है।

दरअसल देहरादून का सारा भूमि रिकॉर्ड 1956 से पहले का सहारनपुर की कमिश्नरी में दर्ज रहता था आज भी पुराने जमीनों के दस्तवेजो के लिए स्थानीय लोगो को सहारनपुर तहसील में जाना पड़ता है।

आजादी के वक्त देहरादून से  बहुत से मुस्लिम लोग पाकिस्तान चले गए और उनकी संपत्तियों को भारत सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया और इसे शत्रु संपत्ति बोला जाता है। बंटवारे के वक्त दोनो देशों की अंतरिम सरकारों में ये तय हुआ था कि जो अपने देश में जितनी जमीन छोड़ कर गया उसे दूसरे देश यानी भारत वाले को पाकिस्तान में पाकिस्तान वाले को भारत में जमीन दी जाएगी। जो भारत से पाकिस्तान चले गए उनकी देहरादून में संपत्ति थी जिनमें एक नाम फैज मोहम्मद का भी थी जिनकी 5 बीघा जमीन बाद में सरकार द्वारआईटीआई गर्ल्स को दे दी गई जिसमे आज ये स्कूल और करनपुर थाने भी स्थापित है।खबर है कि इस जमीन के फर्जी वारिसान कागज सहारनपुर तहसील से तैयार करवा कर अपनी जमीन होने का दावा एक मुस्लिम ने कर दिया है। जब हंगामा हुआ तो वास्तविकता की खोज हुई।

करनपुर क्षेत्र के सभासद रहे विनय कोहली बताते है कि उक्त काबुल हाउस नाम की इस जमीन फैज मोहम्मद ने 1942में अपनी बहन वजीराबेगम को उनके निकाह में मेहर में दी थी। दोनो भाई बहन पाकिस्तान चले गए सरकार ने जमीन अपने कब्जे में लेली और आईटीआई खोल दिया। वजीरा की एक बहन देहरादून में शादी करके  रहती थी वो भी 2001 में चल बसी अब इस सारी जमीन के वारिस पैदा हो गए है।

इसी तरह ब्रिटिश सरकार ने 1923 में राय साहब माधव राम को साढ़े चौदह बीघा एक बगीचा दिया था 90साल की लीज पर कॉलोनी बनाने के लिए,वहां मकान बने आज भी वो मकान बने हुए है, इसी कालोनी के अंतर्गत तीन नाली कुछ बिस्वा जमीन खाली छोड़ी गई थी।टाउन एरिया या नगर पालिका यहां कूड़ा रखती थी,इस जमीन पर पिछले कुछ माहों से ताहिर हसन नाम के एक मुस्लिम ने 1892के भूमि दस्तावेजों के आधार पर ये दावा करना शुरू कर दिया है इस जमीन के साथ साथ पूरी कालोनी पर उसका मालिकाना हक है, जबकि 1902के कोर्ट के आदेश पर ये जमीन नगर पालिका के नाम चढ़ी हुई थी जिसे ब्रिटिश हकुमत ने माधवराम को लीज पर दिया था। अब 90साल की लीज खत्म हुई तो ताहिर हसन पैदा हो गए और ये जमीन अपनी बताने लगे ,खबर थी कि नगर निगम में जुगाड जंतर करके इस जमीन वो अपने नाम करवा भी लिया जब शोर मचा तो ये नामांतरण रद्द किया गया।तत्कालीन डीएम मुरुगेशन ने इस पर जांच भी बिठा दी ,आज भी इस जमीन पर कूड़ा गिरता है और यहां बंजारे किस्म के लोग झोपड़ी डाल कर बैठे हुए है।

इस मामले में स्थानीय निवासी एडवोकेट राजीव शर्मा  बताते है कि सहारनपुर तहसील से ऐसे कागजात बना कर लाए जारहे है जिन्हे देखकर ये कहा जा सकता है कि देहरादून इन्ही लोगो की जागीर है, अफसोस इस बात का है कि अपने शासन प्रशासन के लोग इस षडयंत्र को अनदेखा कर रहे हैं,ये सोची समझी साजिश है।

श्री शर्मा बताते है कि देहरादून का प्रेम नगर,मच्छी बाजार,करनपुर जैसे कई क्षेत्र ऐसे है जहां विभाजन के बाद लोगो को लाकर यहां बसाया गया ये वो क्षेत्र थे जहां पहले मुस्लिम रहते थे और वो पाकिस्तान चले गए, अब उनके सौ साल से भी पुराने खाता खतौनी, खसरा, खेवट के आधार पर सहारनपुर से मुस्लिम आकर दावा करने लगे है कि ये जमीन जायदाद उनकी है,जबकि वो संपत्ति खसरा खेवट में बाद में कई बार बिक चुकी है।ये एक षडयंत्र खेला जा रहा है और यकीनन इसके पीछे देवबंद  का दिमाग चल रहा है।

जानकारी के मुताबिक फैज मोहम्मद के नाम से 1000 बीघा जमीन कैलेमनटाउन शिमला बाईपास में भी निकली थी इस शत्रु संपत्ति पर सरकार का कब्जा होना चाहिए था इस पर वर्तमान में किसने कब्जा कर रखा है इसकी जांच यदि गंभीरता से की जाए तो इन षड्यंत्रों का खुलासा भी होंजाएगा।

भू माफिया गिरोह की तरह हो रहा है काम

सहारनपुर तहसील और देहरादून तहसील में शहर की खाली पड़ी सरकार की और निजी जमीनों पर सौ से डेढ़ सौ साल पुरानी जमीनों के नक्शे खसरा खेवट निकाल कर फर्जी वारिसान दस्तावेज तैयार करके मालिकाना हक के दावे किए जा रहे है,इस गिरोह में तहसील के पुराने मुस्लिम रिटायर पटवारी और जमीनों के कानूनी जानकर लोग मिलकर काम कर रहे है। देहरादून में जमीनों के भाव आसमान पर है और ये भू माफिया लोग हिंदू कब्जेदारो को कानूनी दांव पेचो में फंसा कर भायदोहन कर रहे है।

आधारकार्ड बनाने वालो ने भी किया खेल

देहरादून में बढ़ती मुस्लिम आबादी और सरकारी भूमि पर कब्जा करने वालो के फर्जी दस्तावेज तैयार करने वालो में कुछ साल पहले आधार कार्ड बनाने वालो ने भी खेल खेला ,विश्वस्त सूत्र बताते है कि देहरादून मे आधार कार्ड बनाने वाले मुस्लिम युवक सहारनपुर रुड़की से आए थे और उन्होंने यहां एक षडयंत्र के तहत यहां मुस्लिम लोगो की बसावट के लिए फर्जी प्रमाणों के आधार पर आधार कार्ड बनाए जोकि आज देहरादून और हरिद्वार जिले में जनसंख्या असंतुलन का कारण बन गए है।

Topics: जमीन जिहादland jihadभूमि कब्जाने का खेलदेहरादून में शत्रु संपत्तिउत्तराखंड में अवैध कब्जाLand grabbing gameenemy property in Dehradunillegal occupation in Uttarakhanduttarakhand newsउत्तराखंड समाचार
Share345TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

प्रतीकात्मक तस्वीर

उत्तराखंड में भारी बारिश का आसार, 124 सड़कें बंद, येलो अलर्ट जारी

प्रतीकात्मक तस्वीर

12 साल बाद आ रही है हिमालय सनातन की नंदा देवी राजजात यात्रा

प्रतीकात्मक तस्वीर

उधम सिंह नगर जिले में बनभूलपुरा की तरह पनप रही अवैध बस्तियां

धातु की प्लेट लगाकर ATM ठगी, पुलिस ने सावेज और गुलफाम को किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : धामी कैबिनेट ने कोकून MSP बढ़ाई, A‑ग्रेड अब ₹440 प्रति किलो

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

­जलालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies