गत 10 जून को जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज में हिंसा हुई। इस हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई की तैयारी शुरू हो चुकी है। नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से की जाएगी। सीएए और एनआरसी के खिलाफ जब हिंसा हुई थी। उस समय ही प्रदेश सरकार ने यह व्यवस्था लागू कर दी थी कि किसी भी प्रकार के उपद्रव में सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान होने पर उसकी भरपाई उन्ही लोगों से कराई जाएगी।
इस बार जुमे की नमाज के बाद कानपुर और फिर उसके बाद प्रयागराज में हिंसा हुई थी। प्रयागराज जनपद में लगभग एक करोड़ रुपये के नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से कराए जाने की तैयारी है। नुकसान की भरपाई के लिए फिलहाल तीन दावा प्रस्तुत किया गया है। नगर निगम की तरफ से दावा प्रस्तुत किया गया है। इसमें कहा गया है कि नगर में स्मार्ट सिटी के अंतर्गत सीसीटीवी कैमरे लगाये गए थे। उन कैमरों को तोड़ दिया गया।
प्रयागराज पुलिस की तरफ से दावा प्रस्तुत किया गया है कि पुलिस वालों की मोटरसाइकिल को जला दिया गया एवं कुछ में तोड़फोड़ करके नुकसान पहुंचाया गया। पीएसी के सेनानायक की ओर से दावा प्रस्तुत किया गया है कि पीएसी की एक ट्रक में आग लगाई गई। उसकी क्षतिपूर्ति की जाए।
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