पिछले महीने मेरठ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजादी के नायकों की गाथा दिखाने के लिए एक साउंड लाइट शो का शुभारंभ किया था। ये शो अब बंद हो गया है और इसके पीछे की वजह सरकारी लालफीताशाही सामने आ रही है।
जानकारी के मुताबिक 10 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैंट एरिया में साढ़े तीन करोड़ की लागत से एक साउंड लाइट शो को रोजाना आयोजित करने का कार्यक्रम शुरू करवाया था। ये कार्यक्रम अब बंद करवा दिया गया है।
इस कार्यक्रम को स्थाई रूप से आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्थापित किया गया था और 1875 मेरठ क्रांति की धरा की वीर गाथाओं का इसमें चित्रण किया गया था। इस साउंड लाइट शो के उपकरणों को पर्यटन विभाग ने लगवाया था और अब उसके पास इसे चलाने के लिए बजट नहीं है। आयुक्त के निर्देश पर ये सभी उपकरण नगर निगम को चालू हालत में सौंप दिए गए। अब निगम के लिए ये सफेद हाथी साबित हो रहा है।
निगम के अधिशासी अधिकारी अमित शर्मा के मुताबिक इसे चलाने के लिए हर माह डेढ़ लाख रुपए बजट की जरूरत है। निगम अधिकारी ये भी कहते हैं कि जहां इसे लगाया गया है वहां बड़े जनरेटर, एसी, सीसीटीवी कैमरों की जरूरत है। साथ ही दर्शकों को बैठाने के लिए सीढ़ियां अथवा बेंच और अन्य सुविधाओं के लिए कम से कम 50 लाख रुपए की जरूरत है। उन्होंने ये भी कहा कि रखरखाव के अभाव में लाइटें भी खराब हो रही हैं। बहरहाल लाइट साउंड शो, खुद ही शो पीस बनकर रह गया है।
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