मीडिया महामंथन के चौथे सत्र में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह का सान्निध्य मिला। आर्गनाइजर के संपादक प्रफुल्ल केतकर ने उनसे सवाल किए जिनके उन्होंने बहुत ही बेबाकी से उत्तर दिए
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बिरेन सिंह से जब यह पूछा गया कि वे विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्ण आत्मविश्वास से कह रहे थे कि सरकार फिर से वापस आएगी। इतने आत्मविश्वास का राज क्या था, तो इस पर उन्होंने कहा कि हमारी जीत का विश्वास प्रधानमंत्री मोदी का मंत्र है-‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास।’
हमारी सरकार इसी मंत्र के साथ सकारात्मक विकास पर चल रही है। राज्य में लंबे समय से चली आ रहीं उग्रवादी गतिविधियां कैसे रुकीं? इस सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा कि हमारे राज्य मणिपुर और देश में भाजपा सरकार आने के बाद से हालात बदले हैं। सरकारी योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर पर मिलना शुरू हुआ। इससे लोगों की सोच भी बदली। ऐसे में उग्रवादी गतिविधियों का समर्थन कम होना शुरू हो गया।
मणिपुर में नशा तस्करी के कम होने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इसका एक कारण यह भी है कि प्रदेश की करीब 398 किमी सीमा पड़ोसी देश म्यांमार के साथ लगती है। वहां से नशा तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क मणिपुर तक फैला हुआ था। मणिपुर में ड्रग आने के बाद वह बंगाल से असम में जाता था और फिर वहां से पूरे देश में। इसे लेकर न केवल सख्ती की गई, बल्कि जागरूकता फैलाकर लोगों को इससे दूर किया गया। अभी इस दिशा में और कदम उठाने हैं। इसमें केंद्र सरकार ने भी पूरा सहयोग किया। श्री सिंह से पूछा गया कि बीएसएफ का दायरा 50 किमी अंदर तक करने को आप कैसे देखते हैं? इस पर उन्होंने कहा कि यह एक स्वागतयोग्य कदम है और इससे राज्य की सुरक्षा को सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। साथ ही नशे की तस्करी और घुसपैठ पर भी लगाम लग सकेगी।
विकास को लेकर क्या योजनाएं हैं और राज्य में पर्यटन की क्या स्थिति है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले मैदानी व पहाड़ी इलाकों में विकास को लेकर भेदभाव होता था जो कि अब नहीं है। पर्यटन की स्थिति में भी काफी सुधार आया है। पहले जहां साल भर में 400-500 की संख्या में विदेशी पर्यटक आते थे, वहीं अब यह संख्या हजारों में पहुंच गई है। इसी तरह देश के अन्य स्थानों से आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी जबरदस्त वृद्धि हुई है।
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