18वीं विधानसभा के तीसरे दिन सदन में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव में तीखी नोकझोंक हुई। नेता प्रतिपक्ष के एक बयान को लेकर कुछ देर के लिए सदन में माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालांकि डिप्टी सीएम ने सपा सरकार की कारगुजारियों को उजागर करते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं। डिप्टी सीएम के भाषण के दौरान टोकाटाकी पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने आपत्ति भी जताई।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या बुधवार को सदन में राज्यपाल के अभिभाषण के समर्थन में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने सपा मुखिया से कहा कि मैं नहीं जानता हूं कि आपको कौन सा रोग है, जहां से भी चाहें, ठीक से ईलाज करा लें। सरकार की जो भी योजना आती है, हर योजना को सपा का स्टीकर चस्पा कर देते हैं। पांच साल बाहर रह गए, पांच साल के लिए फिर बाहर हो गए हैं। आने वाले 25 साल तक आपका नंबर लगने वाला नहीं है। आप भरोसा रखिए, केशव प्रसाद आपको 25 साल तक सत्ता में आने नहीं देगा। जनता पंचर साइकिल को ठीक नहीं करेगी। 2027 में फिर कमल खिलेगा।
उन्होंने कहा कि मैं गरीब परिवार में पैदा हुआ हूं। मैंने कभी सोचा नहीं था कि विधानसभा का सदस्य बनूंगा। देश की संसद का भी सदस्य बना। विधान परिषद का भी सदस्य बना। विश्व की सबसे बड़ी पार्टी की सरकार बनने के बाद फिर उपमुख्यमंत्री बना। इससे आपको दर्द है। मैं जानता हूं आप पिछड़ों के हितैषी नहीं, विरोधी हो। आपको इस बात का दर्द है कि आपने एक साम्राज्य खड़ा किया था। वह साम्राज्य जनता ने उखाड़ कर फेंक दिया।आप नहीं चाहते थे कि केशव प्रसाद दुबारा उपमुख्यमंत्री बने। फिर दुबारा उपमुख्यमंत्री बनकर बैठा हूं। आप दूध फाड़ने का काम करते हो और हम चीनी डालते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने एक करोड़ 41 लाख गरीबों को घर दिए। सौभाग्य योजना के माध्यम से बिजली कनेक्शन दिया। आप उस गरीब का दर्द अपने सरकार में दूर नहीं किए। आपको गरीबों, पिछड़ों, वंचितों की किसी की चिंता नहीं थी। आप सोचते थे अगर प्रधानमंत्री आवास बन जाएगा, तो साइकिल पंचर हो जाएगी। केंद्र सरकार की हर योजना में बैरियर लगाने का काम सपा सरकार ने किया था। कदम-कदम पर बाधा डालने का कार्य किया। जनता ने दो बार विधानसभा और दो बार लोकसभा में नकारा। कभी आप कांग्रेस से मिले और कभी बुआ जी से, तब भी जनता ने आपको स्वीकार नहीं किया।
डिप्टी सीएम ने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत एक करोड़ 67 लाख गरीब माताओं, बहनों के घर में कनेक्शन पहुंचा है। वह गैस भी भरा रही हैं। आपको पता इसलिए नहीं लगेगा, क्योंकि आप गरीब के संपर्क में नहीं हैं। आप गुंडों, अपराधी और माफियों के संपर्क में थे। अगर आप गरीब की चिंता करते, आप गरीबों के संपर्क में होते, तो शायद आपके कुछ और नंबर बढ़ जाते।
उन्होंने नेता प्रतिपक्ष के मुकदमों के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि केशव प्रसाद ने सदैव राष्ट्रवाद की लड़ाई लड़ी। राष्ट्रवाद, हिंदुत्व, गोरक्षा की लड़ाई गलत है, तो यह गलती मैं जीवन भर करता रहूंगा। मेरे ऊपर एक भी मुकदमा कोई व्यक्तिगत आरोप का नहीं लग सकता। आपके कार्यकाल में मुकदमे क्यों लिखवाए गए। समीक्षा करवा लीजिए। मैं आंदोलनकारी रहा हूं, राजनीति में नहीं रहा। आंदोलन करने वालों के खिलाफ मुकदमे लिखे जाते हैं। उन्होंने व्यंग्य किया कि मेरे पिता जी कोई मुख्यमंत्री नहीं थे। आयोग में भ्रष्टाचार को लेकर छात्रों ने आंदोलन किया था और जनप्रतिनिधि के नाते उसमें मैं शामिल होने गया और आपने मुझे मुख्य अभियुक्त बना दिया। क्यों बना दिया मैं जानता हूं, क्योंकि मैं पिछड़े वर्ग से आता था। आपको बर्दाश्त नही था।
डिप्टी सीएम ने कहा कि मैं चाय बेचता था, अखबार बांटता था, खेत में काम करता था। आपको मेरी गरीबी पर मजाक उड़ाना है, तो मजाक उड़ा लीजिए। मुझे उस पर गर्व है। किसी सरकार में बिना कुछ दिए नौकरी नहीं मिलती थी और आज मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि एक भी नौजवान आरोप नहीं लगा सकता कि पैसा देकर उसे नौकरी मिली है। नेता प्रतिपक्ष की उपलब्धि यह है कि सपा सरकार में नकल माफियाओं का बहुत बड़ा गैंग तैयार हो गया था। यह गैंग पेपर लीक कराने और उसे बेचने का काम करता है। आप भरोसा रखिए एक-एक को अंदर किया जाएगा। उन्होंने सवाल किया कि जो पकड़े जा रहे हैं, वह कौन हैं, उनका बैकग्राउंड क्या है, उनका किस दल से रिश्ता नाता रखते हैं।
उन्होंने कहा कि देश के वैज्ञानिकों ने दिन-रात मेहनत करके वैक्सिन तैयार की और हमाने नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हम कोरोना का टीका नहीं लगाएंगे। बीजेपी का टीका है। इनको न कोरोना का टीका पसंद और न माथे का टीका पंसद है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सपा के नेता भूखे को भोजन कराते नजर नहीं आए। कोई भूखा न रहे इस संकल्प के अनुसार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 14 करोड़ से अधिक लोगों को राशन दो साल से अधिक समय से दिया जा रहा है। आपको नहीं दिखाई दे रहा, आप आंख की जांच करा लीजिए आपको दिखाई देगा।
उन्होंने कहा कि पहले पक्ष और विपक्ष देखकर निर्णय होते थे, लेकिन हमारी सरकार ने पूरी ईमानदारी के साथ कार्य किया। आप कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं। मुझे लगता है आप अपना कार्यकाल देखते नहीं हैं। अगर आप अपना कार्यकाल देखेंगे, तो आप जिस शीशे के घर में रहते हैं, वह चकनाचूर हो जाएगा। आपकी सरकार में दिल्ली में इंवेस्टर समिट करना पड़ा था, क्योंकि तब यहां कोई आना नहीं चाहता था। देश और प्रदेश की राजनीति तुष्टीकरण की राजनीति से बाहर निकल चुकी है। भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के कारण बहुत से लोगों को परेशानी है।
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