जिले का नाम बदलने के विरोध में स्थानीय युवक और कुछ विपक्षी नेता जिला कलेक्टर के कार्यालय अपना ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे। उसी समय भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया। पुलिस को भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज भी करना पड़ा। इस पर भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल होने की खबर है। अमलापुरम में प्रदर्शनकारियों ने बैंक कॉलोनी में स्थित राज्य के मंत्री पिनीपा विशवरुप और मुमिदिवरम विधायक सतीश के घरों को आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने मंत्री पर तोड़फोड़ भी की। प्रदर्शनकारियों ने मंत्री ने घर पर एस्कॉर्ट वाहन सहित कई सरकारी वाहन को आग के हवाले कर दिया है। गनीमत रही कि पुलिस ने भीड़ के तेवर को देखते हुए मंत्री और विधायक के परिवार के सदस्यों को सुरक्षित स्थान पहुंचाया दिया।
इस संंबंध में पुलिस जिला अधीक्षक सुब्बा रेड्डी ने एक बयान कर बताया कि स्थिति पर काबू पा लिया गया है और असामाजिक तत्वों पर पुलिस कड़ी नजर रखे है।
राज्य के गृह मंत्री तनेती वनिता ने अंबेडकर के नाम का विरोध करने पर खेद प्रकट किया है और कहा कि जिले के लोगों के अनुरोध पर ही जिले का नाम अंबेडकर कोनसेमा रखा गया। इस विरोध का तर्क राज्य सरकार को कुछ समझ में नहीं आ रहा है। मंत्री ने चेतावनी दी कि जांच के बाद प्रदर्शनकारी आसामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने कोनसेमा जिले का नाम बदलकर डा अंबेडकर कोनसेमा रखने के संबंध में एक अधिसूचना जारी कर लोगों से 30 दिन के भीतर आपत्तियों और सुझाव कलेक्टर को उपलब्ध कराने को कहा है।
टिप्पणियाँ