यूपी पुलिस ने असम मुठभेड़ में मारे गए अकबर बंजारा और उसके भाई की जमीनों और अन्य सम्पत्तियों को अपने कब्जे में लेने के लिए कुर्क करने की कारवाई शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि ये संपत्तियां गैर कानूनी तरीके से बनायी गयी हैं।
पुलिस प्रशासन और मेरठ विकास प्राधिकरण ने मिलकर अकबर बंजारा की 13 दुकानों पर बुल्डोजर चलवा दिया है। ये दुकानें अकबर बंजारा ने सरकारी जमीन पर कब्जा करके बनाई हुई थी। पुलिस ने फलावदा में ज़मीन को कुर्क किया है। साथ ही बिजनौर जिले ने 23 एकड़ जमीन को भी कुर्क किया है।
अकबर बंजारा पश्चिम उत्तर प्रदेश से लेकर असम और पूर्वोत्तर राज्यों में गौमांस का अवैध कारोबार करता था और इन्ही राज्यों से वो बंग्लादेश में भी गौमांस पहुंचाने का धंधा किया करता था। असम में उसके खिलाफ दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे थे और उस पर दो लाख का इनाम घोषित किया हुआ था, यूपी पुलिस ने भी उसे गैंगस्टर घोषित किया हुआ था। पिछले दिनों यूपी पुलिस के हाथ वो लग गया और असम पुलिस ने यहां आकर दो लाख की राशि यूपी पुलिस को दी और बंजारा और उसके भाई को अपने साथ ले गयी।
असम में उग्रवादियों और पुलिस की मुठभेड़ हुई और ये दोनों भाई मारे गए, ऐसा बताया गया कि अकबर के उग्रवादियों से रिश्ते थे और वो उन्हें पुलिस से छुड़वाने आये थे। बहरहाल यूपी पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में निरुद्ध बंजारा भाईयों की सम्पत्तियों की खोज शुरू की और अब उन्हें कुर्क किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक अकबर बंजारा ने करीब 300 करोड़ संपत्ति इकट्ठी की हुई थी।
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