आस्ट्रेलिया में खालिस्तान का अलगाववादी आंदोलन किस तरह जड़ जमाता जा रहा है इसका ताजा उदाहरण कल वहां के एक बड़े शहर मेलबर्न में देखने को मिला। वहां हवाई अड्डे के पास एक सड़क पर अलगाववादी तत्वों ने भिंडरावाले की बड़ी सी तस्वीर लगाकर उस पर उसके आतंकी कारनामों का बखान किया हुआ था। इसे देखकर स्थानीय भारतीय समुदाय आक्रोश में आ गया और उसने प्रशासन से फौरन उसे हटाने की गुहार की। इतना ही नहीं, उस होर्डिंग के लगाने वाली कंपनी को भी उन्होंने एक शिकायती पत्र भेजा।
सड़क के किनारे लगाए गए खालिस्तानी आतंकी ‘जरनैल सिंह भिंडरावाले’ के बैनर पर उस आतंकी के कामों के गुणगान किए गए थे। द ऑस्ट्रेलिया टुडे में प्रकाशित समचार के अनुसार, स्थानीय निवासी आनंद पाल मेलबर्न हवाईअड्डे के निकट किसी कार्यक्रम में भाग लेने गाड़ी से जा रहे थे। तभी उनकी नजर सनशाइन अस्पताल के पास लगे उस होर्डिंग पर पड़ी। आनंद पाल का कहना था कि उस बैनर को देखकर उनका पारा चढ़ गया और अपनी आंखों पर भरोसा नहीं आया।
आनंद का कहना था कि उसी आतंकवादी खालिस्तान अलगाववादी आंदोलन में पंजाब में उनके दो चाचाओं की हत्या हुई थी। उन्होंने कहा कि भिंडरावाले की फोटो देखकर उन्हें बहुत दुख हुआ और वे आगे जाने की बजाय उलटे पैर घर लौट गए।
एक स्थानीय व्यक्ति का कहना था कि मेलबर्न में बहुत से रेस्टोरेेंट और स्टोर हैं जिन्हें खालिस्तानी तत्व चलाते हैं। वहां खड़ी कारों पर ‘आई लव भिंडरावाले’ और ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के स्टिकर लगे दिखने आम बात है।
बोर्ड हटवाने के लिए स्थानीय निकाय को भेजे पत्र में कहा गया है कि ‘इस तरह के बोर्ड लगाना आतंकी तथा कट्टरपंथी विचारधारा को प्रश्रय देने जैसा है। अगर आपको नहीं पता तो बता देें कि खालिस्तान आंदोलन आतंक आधारित है, जो एक अलग देश की मांग करता है। बोर्ड में दिखाया गया जरनैल सिंह भिंडरावाले न सिर्फ भारत सरकार द्वारा आतंकवादी घोषित है, बल्कि कई विदेशी सरकारों ने भी इसे आतंकी घोषित किया है।’
इतना ही नहीं, पत्र में मांग की गई है कि अलगाववाद को बढ़ावा देने वाले इस तरह के किसी भी विज्ञापन या प्रदर्शन को तुरंत रोका जाए।
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