मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में भस्म आरती के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रसाद के रूप में चाय-नाश्ता कराया जाएगा। श्रद्धालुओं को चाय के साथ पोहा और खिचड़ी दी जाएगी। मंदिर समिति द्वारा यह नई व्यवस्था 28 अप्रैल से शुरू होगी।
मंदिर समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में सुबह 4 से 6 बजे तक भस्म आरती होती है, जिसमें शामिल होने के लिए देशभर से श्रद्धालु शामिल होते हैं। इनमें कई श्रद्धालु तो एक दिन पहले ही देर रात मंदिर पहुंच जाते हैं। देर रात से मंदिर आने वाले श्रद्धालु भस्म आरती दर्शन के लिए सुबह तक मंदिर में भूखे-प्यासे ही बैठते हैं। इसी वजह से मंदिर समिति ने भस्मारती में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अल्पाहार की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि मंदिर समिति द्वारा यह नई व्यवस्था गुरुवार, 28 अप्रैल से शुरू की जाएगी। इसके मुताबिक हर दिन सुबह 6 से सुबह 8 बजे तक दो हजार से अधिक श्रद्धालुओं को निशुल्क चाय-नाश्ता वितरित किया जाएगा। इस व्यवस्था के दौरान सप्ताह के सातों दिन अलग-अलग मेन्यू रहेगा। इनमें सुबह नाश्ते में उपयोगी खाद्य सामग्री पोहा, खिचड़ी, चाय आदि का श्रद्धालुओं में वितरण किया जाएगा। यह व्यवस्था दानदाता के सहयोग से चलेगी।
देर रात से मंदिर आने वाले श्रद्धालु भस्म आरती दर्शन के लिए सुबह तक मंदिर में भूखे-प्यासे ही बैठते हैं। इसी वजह से मंदिर समिति ने भस्मारती में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अल्पाहार की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है।
उल्लेखनीय है कि महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा अलग-अलग प्रकल्प के साथ ही नि:शुल्क अन्न क्षेत्र का संचालन भी किया जाता है। अन्न क्षेत्र में प्रतिदिन सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के प्रसाद स्वरूप भोजन प्रसादी दी जाती है।
महाकालेश्वर की भस्मारती में रोजाना करीब दो हजार श्रद्धालु शामिल होते हैं। नई व्यवस्था के अनुसार इनके लिए सुबह 6 बजे चाय बनकर तैयार रहेगी। इसके लिए 50 लीटर दूध लगेगा। साथ ही नाश्ते के लिए रोजाना 40 किलो पोहा लगेगा। नाश्ता बनाने के लिए रात 2 बजे से एक नई शिफ्ट में कर्मचारी आएंगे। अब तक अन्न क्षेत्र में सिर्फ दो शिफ्ट में 40 कर्मचारी खाना बनाने आते थे, लेकिन गुरुवार से यहां तीन शिफ्ट में रात 2 बजे से सुबह 8 बजे तक, सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक और 2 से रात 9 बजे तक काम होगा।
उन्होंने बताया कि महाकाल मंदिर समिति नाश्ते के लिए टोकन बांटेगी। इसके लिए चार काउंटर तैयार किए जा रहे हैं। इनमें से दो अन्न क्षेत्र में और दो महाकाल परिसर में लगेंगे। भस्मारती सम्पन्न होने के बाद श्रद्धालु सीधे परिसर में लगे काउंटर से टोकन लेकर अन्न क्षेत्र पहुंच सकते हैं।
टिप्पणियाँ