अभिषेक कश्यप
पिछले दिनों कश्मीर फाइल्स नाम की एक फिल्म आई थी जिसमें वर्ष 1990 में कश्मीरी पंडितों पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा किये गए अत्याचार की कहानी दिखाई गई थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस फिल्म को झूठा कहा था। लेकिन अब दिल्ली के अंदर ही कुछ कट्टरपंथियों ने एक 17 वर्षीय नाबालिग हिन्दू लड़के का गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी और उसे सूटकेस में बंद करके मंगोलपुरी स्थित पीर की मजार के पास फेंक दिया। लेकिन अब तक इस मामले पर दिल्ली की केजरीवाल सरकार की ओर से कोई भी बयान नहीं आया है। कुछ लोगों का मानना है कि इस घटना में पीड़ित पक्ष हिंदू है और अपराधी मुसलमान है इसलिए अरविंद केजरीवाल बयान देने से बचना चाहते हैं।
मामला दिल्ली के मंगोलपुरी थाना इलाके का है। यहां पर एक 17 वर्षीय नाबालिग बच्चे का गला रेत कर उसे सूटकेस में बंद करके सड़क के किनारे फेंक दिया गया। मरने वाला युवक का नाम कृष्णा गुप्ता है जो 11वीं की कक्षा में पढ़ाई करता था। वह रोहिणी सेक्टर 3 के अवंतिका सोसाइटी में रहता था। उसके पिता विनोद कुमार ने बताया कि इसकी मां की तबीयत अक्सर खराब रहा करती थी। 24 मार्च को कृष्णा अपनी मां के साथ दवाई लेने के लिए रोहिणी के सेक्टर 2 स्थित एक डिस्पेंसरी में गए हुए थे। दवाई लेकर वापस आते समय तीन लड़कियों ने उसके नाम से उसे पुकारा और कहा कि मुझे तुमसे कुछ काम है। बता दें कि कृष्णा अपने पॉकेट खर्च के लिए मेहंदी लगाने और डांस सिखाने का काम किया करता था। मृतक ने अपनी मां को घर जाने को बोल कर लड़कियों के साथ चला गया। काफी देर रात तक जब कृष्णा घर वापस नहीं आया तो उसकी मां ने उसे फोन लगाया लेकिन कृष्णा का फोन बंद आ रहा था। कृष्णा के परिजनों ने आसपास काफी खोजबीन करने के बाद विजय विहार थाने जाकर मामला दर्ज करवाया।
अगले दिन 25 मार्च की सुबह 11 बजे के करीब परिजनों को पुलिस के माध्यम से मंगोलपुरी स्थित मजार के पास एक सूटकेस में लाश मिलने की सूचना मिली। जब तक परिजन घटनास्थल पर पहुंचते तब तक पुलिस ने परिजनों को बिना बताए लाश को संजय गांधी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। परिजनों का पुलिस वालों पर आरोप है कि उन्हें सही से कोई भी जानकारी नहीं दी जा रही है और उन्हें गुमराह किया जा रहा है। यहां तक कि उन्हें अपने बेटे की लाश को भी देखने से रोका जा रहा था।
हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। लेकिन परिजनों ने बताया कि पुलिस वालों ने इस हत्या में पकड़े गए आरोपी के साथ और भी कुछ लड़कों का हाथ होने की बात कही थी। लेकिन अब पुलिस वाले सिर्फ पकड़े गए आरोपी की ही संलिप्तता बता रहे हैं। पुलिस के द्वारा निकाले गए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मृतक लड़का और आरोपी एक साथ जा रहे थे। उसके बाद लौटते वक्त अकेला आरोपी सूटकेस को घसीटते हुए ले जाते दिखा।
मृतक के पिता का कहना है कि जिस निर्ममता से उनके बेटे की हत्या की गई है उससे देख कर यह प्रतीत होता है कि इसमें किसी एक आदमी का हाथ होना कतई संभव नहीं है। इसी पड़ताल में स्थानीय लोगों और परिजनों का कहना है कि 1 साल पहले भी कट्टरपंथी आरोपी एक हिंदू महिला की निर्मम हत्या कर चुका है। लेकिन नाबालिग रहने की वजह से वह जेल से बाहर आ गया था।
उक्त घटनाओं से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि आरोपी पहले से ही अपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। बावजूद इसके पुलिस को पीड़ित के परिजनों का सहयोग करने के बजाए परिजनों के अनुसार पुलिस भी मामले का खुलासा करने से आनाकानी कर रही है।
इसे लेकर कृष्णा के घरवालों और आसपास के लोगों ने मिलकर 26 मार्च को रोहिणी सेक्टर 2 से लेकर अवंतिका बाजार तक कैंडल मार्च निकालकर न्याय की गुहार लगाई है। इस दौरान आरोपी को फांसी देने की मांग की गई। इसके साथ ही आसपास के लोगों यह भी कहना था कि होली के बाद इस नाबालिग की हत्या को लेकर अब तक इस क्षेत्र में कुल 6 हत्याएं हो चुकी हैं। लेकिन न्याय नाम के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है। अब अगर न्याय नही मिला तो आम जनता इससे भी बड़ा आंदोलन करेगी और सरकार से लेकर प्रशासन को घेरने का काम करेगी।
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