केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने गुरुवार को नई दिल्ली स्थित लोधी रोड सीआरपीएफ मुख्यालय में अपना 83वां स्थापना दिवस मनाया। इस मौके पर बलिदानियों को याद किया गया। सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने बताया कि एक मार्च, 2021 से 16 मार्च, 2022 के बीच जम्मू-कश्मीर में 175 आतंकवादियों को मार गिराया गया, जबकि 183 आतंकवादी एवं नक्सलियों को दबोचने में कामयाबी मिली। इसी अवधि में वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित राज्यों में सीआरपीएफ ने विभिन्न अभियानों के तहत 19 माओवादियों को मार गिराया और 699 को गिरफ्तार किया।
उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद पथराव की घटनाएं लगभग शून्य हैं। विदेशी आतंकियों की घुसपैठ और हमलों में भी कमी आई है। जम्मू-कश्मीर में स्थिति अभी काफी ठीक है और इसमें और सुधार हो रहा है। हाल ही में कश्मीर घाटी से छुट्टी पर घर लौटे एक सीआरपीएफ जवान की हत्या के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस साल यह पहली घटना है। सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत कार्रवाई की और अपराधी को कम से कम समय में गिरफ्तार कर लिया।
कुलदीप सिंह ने बताया कि सीआरपीएफ देश में 117 लोगों को विभिन्न श्रेणियों में सुरक्षा प्रदान कर रहा है। जिसमें 32 महिला कर्मियों को वीआईपी सुरक्षा विंग में शामिल किया गया है। डीजी ने कहा कि हाल ही में पांच राज्यों में संपन्न विधानसभा चुनावों के दौरान सीआरपीएफ द्वारा कुल 41 वीआईपी को सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। चुनाव के बाद इनमें से 27 की सुरक्षा वापस ले ली गई है।
सीआरपीएफ शनिवार को जम्मू के एमए स्टेडियम में अपने 83वें स्थापना दिवस के मौके पर परेड का आयोजन करेगा। यह पहली बार है जब दिल्ली-एनसीआर के बाहर सीआरपीएफ अपना स्थापना दिवस मनाएगा।
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