क्या डेरा इस बार पार्टियों की बजाय, अलग-अलग उम्मीदवारों को समर्थन दे रहा है?
July 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

क्या डेरा इस बार पार्टियों की बजाय, अलग-अलग उम्मीदवारों को समर्थन दे रहा है?

by मनोज ठाकुर
Feb 19, 2022, 10:30 am IST
in भारत, पंजाब
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail
इस बार डेरा सच्‍चा सौदा पंजाब में किसी एक राजनीतिक दल को समर्थन देने से बच रहा है। डेरा अपनी छवि ऐसी बनाना चाहता है कि उसके लिए सभी राजनीतिक दल समान हैं। इसलिए इस बार वह इस प्रयास में है कि हर सीट पर अलग-अलग उम्‍मीदवार को समर्थन दिया जाए। इस आदेश को डेरा अनुयायी मौखिक रूप से आगे पहुंचा रहे हैं। 

 

पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर डेरा सच्‍चा सौदा ने अब तक किसी भी दल को समर्थन देने की घोषणा नहीं की है। समर्थन किसे देना है, इस पर डेरे ने चुप्पी साध रखी है। डेरा भले ही खुलकर कुछ नहीं बोले, लेकिन अंदरखाने उसने फैसला ले लिया है। इस बार डेरा किसी किसी पार्टी को स्‍पष्‍ट समर्थन न देकर अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग उम्‍मीदवारों को समर्थन देने का फैसला किया है।

डेरा से जुड़े पदाधिकारी यह भी नहीं बता रहे हैं कि समर्थन किस आधार पर और किस पार्टी या उम्‍मीदवार को दिया जाएगा। हालांकि सूत्रों का कहना है कि फैसला ले लिया गया है, डेरा समर्थकों के जरिये आगे पहुंचाया जा रहा है। इस बार किसी एक पार्टी को स्‍पष्‍ट समर्थन नहीं देने के पीछे कई तर्क दिए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि किसी एक पार्टी को समर्थन देने से बाकी सभी पार्टियां डेरा विरोधी हो जाती हैं। डेरा की कोशिश है कि हर पार्टी में उनके समर्थक होने चाहिए, ताकि किसी मुश्किल वक्त में उनकी मदद ली सके। साथ ही, डेरा अब अपनी छवि ऐसी बनाना चाहता है कि उसके लिए सभी राजनीति दल बराबर हैं। 

भाजपा के प्रति नरम रुख 

डेरा का भाजपा के प्रति नरम रुख है। लेकिन दिक्कत यह है कि भाजपा कुछ सीटों पर ही मजबूत है। इसलिए डेरा का राजनीतिक विंग सोच रहा है कि क्यों न समर्थन देने में इस बार उम्मीदवारों का ध्यान रखा जाए। इस कम में कुछ सीट पर डेरा आम आदमी पार्टी को भी समर्थन दे सकता है। इस बात को लेकर भी चर्चा चल रही है। कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में अकाली दल और कुछ जगह भाजपा को राजनीतिक समर्थन देने का फैसला लिया गया है, जबकि कई निर्वाचन क्षेत्रों में अपने अनुयायियों को आआपा को भी समर्थन देने के लिए कहा गया है।  

लेकिन कांग्रेस से दूरी बनाएगा  

यह भी तय है कि डेरा की ओर से कांग्रेस को समर्थन देने से बचने की कोशिश की जा रही है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी, जो पिछले बुधवार को डेरा सिरसा प्रमुख के समधी और तलवंडी साबो से निर्दलीय उम्मीदवार हरमिंदर सिंह जस्सी के साथ बैठक की थी। लेकिन दोनो के बीच कोई बात नहीं बनी। बता दें कि कांग्रेस ने इस बार जस्‍सी को टिकट नहीं दिया है और वे निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। बेअदबी मामले में कांग्रेस ने डेरे की सबसे ज्यादा आलोचना की है। खासतौर पर प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू बेअदबी मामले में डेरा पर आक्रामक रहे हैं। इस वजह से डेरा समर्थकों ने कांग्रेस का समर्थन नहीं करने का मन बनाया है। 

मालवा की सीटों पर प्रभाव  

मालवा क्षेत्र के 69 विधानसभा क्षेत्रों में से, जिन्होंने पंजाब की सत्ता में निर्णायक भूमिका निभाई है, उनमें 40 से 43 निर्वाचन क्षेत्र डेरा सच्चा सौदा से प्रभावित हैं।  बाकी विधानसभा क्षेत्र में भी डेरा का प्रभाव है। कुछ जगह जब डेरा के प्रमुख समर्थकों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि हालांकि अभी कोई अंतिम आदेश नहीं आया है। फिर भी ऐसा माना जा रहा है कि इस बार किसी एक पार्टी को पूरा समर्थन नहीं दिया जाएगा।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

समोसा, पकौड़े और जलेबी सेहत के लिए हानिकारक

समोसा, पकौड़े, जलेबी सेहत के लिए हानिकारक, लिखी जाएगी सिगरेट-तम्बाकू जैसी चेतावनी

निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टालने का भारत सरकार ने यमन से किया आग्रह

bullet trtain

अब मुंबई से अहमदाबाद के बीच नहीं चलेगी बुलेट ट्रेन? पीआईबी फैक्ट चेक में सामने आया सच

तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी

श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

समोसा, पकौड़े और जलेबी सेहत के लिए हानिकारक

समोसा, पकौड़े, जलेबी सेहत के लिए हानिकारक, लिखी जाएगी सिगरेट-तम्बाकू जैसी चेतावनी

निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टालने का भारत सरकार ने यमन से किया आग्रह

bullet trtain

अब मुंबई से अहमदाबाद के बीच नहीं चलेगी बुलेट ट्रेन? पीआईबी फैक्ट चेक में सामने आया सच

तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी

श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

उत्तराखंड में पकड़े गए फर्जी साधु

Operation Kalanemi: ऑपरेशन कालनेमि सिर्फ उत्तराखंड तक ही क्‍यों, छद्म वेषधारी कहीं भी हों पकड़े जाने चाहिए

अशोक गजपति गोवा और अशीम घोष हरियाणा के नये राज्यपाल नियुक्त, कविंदर बने लद्दाख के उपराज्यपाल 

वाराणसी: सभी सार्वजनिक वाहनों पर ड्राइवर को लिखना होगा अपना नाम और मोबाइल नंबर

Sawan 2025: इस बार सावन कितने दिनों का? 30 या 31 नहीं बल्कि 29 दिनों का है , जानिए क्या है वजह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies