विशेषज्ञों का दावा: बाहर से मजबूत दिखने वाला चीन अंदर से कमजोर
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

विशेषज्ञों का दावा: बाहर से मजबूत दिखने वाला चीन अंदर से कमजोर

by WEB DESK
Feb 12, 2022, 05:15 am IST
in विश्व, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail
चीन भले ही दिखावा करे कि वह बहुत ताकतवर है और देश स्थिर है। लेकिन सच्‍चाई यह है कि वह अंदर से बहुत कमजोर है। चीनी राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग अंदर से डरे हुए हैं। इसलिए बजट का अधिकांश हिस्‍सा सेना की बजाय आंतरिक सुरक्षा पर खर्च करते हैं। आलम यह है कि कम्‍युनिस्‍ट नेता किसी भी समय उनका तख्‍ता पलट सकते हैं।   

 

बाहर से मजबूत दिखने वाला चीन वास्‍तव में भीतर से कमजोर है। यह दुनिया भर में चीन द्वारा किए जा रहे स्थिरता के दावों के विपरीत है। बीजिंग में ब्रिटिश दूतावास में दो बार सेवाएं देने वाले गार्साइड रोजर ने यह बात कही है। उनका कहना है कि चीन के आंतरिक कारक मौजूदा कम्‍युनिस्‍ट शासन को अस्थिर कर सकते हैं।

‘चाइना कूप’ के लेखक गार्साइड के मुताबिक, आलम यह है कि राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग को इस साल लगातार तीसरी बार चीनी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी (सीपीपी) का अध्‍यक्ष बने रहने के लिए राष्‍ट्रीय पार्टी कांग्रेस में मशक्‍कत करनी पड़ रही है। गार्साइड कहते हैं कि जिनपिंग की मौजूदा सरकार अपने बजट का अधिकांश हिस्‍सा सेना के मुकाबले आंतरिक सुरक्षा पर खर्च कर रही है। जिनपिंग अपने आंतरिक दुश्‍मनों से डरते हैं। लेखक का मानना है कि कम्युनिस्ट नेताओं का एक समूह जिनपिंग के खिलाफ विद्रोह कर तख्तापलट कर सकता है और चीन को एक लोकतांत्रिक राजनीतिक व्यवस्था में बदल सकता है। पूर्व राजनयिक गार्साइड ने द एपोच टाइम्स को बताया, "चीन की राजनीतिक काया अंदर से गंभीर रूप से बीमार है। केवल प्रत्यारोपण ही उसके राजनीतिक शरीर को बचा सकता है और दूसरा एकमात्र प्रस्ताव प्रतिस्पर्धी लोकतंत्र है।" 

गार्साइड के अनुसार, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष में नेतृत्व का मानना है कि जिनपिंग चीन को "बहुत जोखिम भरे और खतरनाक" दिशा में ले जा रहे हैं। चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग सहित सीसीपी नेताओं का मानना है कि जिनपिंग पार्टी के भविष्‍य के साथ-साथ उनकी संपत्ति और शक्ति को भी खतरे में डाल रहे हैं।
पूर्व राज‍नयिक ने दावा किया कि सीसीपी नेता जिनपिंग के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। सीसीपी की भेद्यता के कुछ संकेत इस तरह के तख्तापलट को सक्षम कर सकते हैं। राजनीतिक मोर्चे के अलावा, एक और आंतरिक कारक यह है कि चीन का निजी क्षेत्र शक्तिशाली और स्वायत्त हो गया है। जो सीसीपी पर दबाव बना रहा है, जिससे देश के नेतृत्व में चिंता पैदा हो रही है।

गार्साइड के अनुसार, "अलीबाबा ने न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज से 24 बिलियन डॉलर जुटाए। कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के नियंत्रण से परे, उनके पूंजी विनिमय नियंत्रण से परे और राजनीतिक नियंत्रण से परे अन्‍य कंपनियों ने 248 अन्य कंपनियों ने अरबों डॉलर जुटाए हैं। ये कंपनियां उस पैसे का इस्तेमाल चीन में राजनेताओं को खरीदने और जिनपिंग के प्रतिद्वंद्वियों को खरीदने के लिए कर सकती हैं।" पूर्व राजनियक का कहना है कि एवरग्रांडे के नेतृत्व में रियल एस्‍टेट क्षेत्र में गिरावट एक अन्य कारक है जो अधिकारियों को तख्तापलट शुरू करने के लिए सशक्त बना सकता है। देखने में लगता है कि जिनपिंग के पास सारी शक्ति है। लेकिन ऐसा नहीं है। जिनपिंग के पास सारी शक्ति नहीं है। सच्‍चाई यह है कि सीसीपी संरचना में क्षेत्रीय और स्थानीय सरकारों में कई ‘शक्ति केंद्र’ हैं। जिनपिंग बड़ी समझदारी और होशियारी से केंद्रीयकृत अधिकार को अपने हाथों में ले रखा है। 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies