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गत दिनों नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व पर आधारित पुस्तक ‘द मेकिंग आॅफ ए लीजेंड’ का लोकार्पण हुआ। लोकार्पणकर्ता थे राष्टÑीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लोगों के बीच जिनका करिश्माई व्यक्तित्व बन जाता है, उनके जीवन चरित्र लिखे जाते हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्तित्व जो दिखता है और जो होता है, उसमें एकरूपता होनी चाहिए। व्यक्तित्व की चमक बाहर से दिखने वाली संपदा से नहीं आती, मन के अंदर की संपदा से आती है। नरेंद्र भाई एक व्यक्ति के नाते, एक स्वयंसेवक के नाते, एक कार्यकर्ता के नाते, गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से पहले जैसे थे, वैसे आज भी हैं। प्रसिद्धि की चकाचौंध में रहते हुए भी अपने व्रत को निभाते हुए चलना नरेंद्र भाई को आता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भाजपा अध्यक्ष श्री अमित शाह ने बताया कि कैसे एक गरीब घर में जन्मा बालक कर्तव्यपरायणता और ईश्वर-प्रदत्त गुणों के कारण प्रधानमंत्री पद तक पहुंचा। समारोह की अध्यक्षता राष्टÑीय पुस्तक न्यास के अध्यक्ष श्री बल्देव भाई शर्मा ने की। पुस्तक के लेखक हैं सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ. बिन्देश्वर पाठक। इस अवसर पर अनेक विशिष्ट जन उपस्थित थे। प्रतिनिधि
अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले की निंदाकला और
साहित्य को समर्पित देश की सबसे बड़ी संस्था संस्कार भारती से जुड़े कलाकारों और साहित्यकारों ने अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है। संस्कार भारती, दिल्ली प्रांत के महामंत्री नरेश शांडिल्य ने इसे उदारवादी हिंदू संस्कृति पर कट्टरवादी सोच का हमला बताते हुए एक शर्मनाक घटना बताया। उन्होंने ‘सम्मान वापसी ब्रिगेड’ की दोगली मानसिकता पर प्रश्न उठाते हुए पूछा कि वे अब कहां हैं? उन्होंने बताया कि हमारी बात के समर्थन में जो महत्वपूर्ण कलाकार और साहित्यकार शामिल हैं उनमें प्रमुख हैं- शेखर सेन (अभिनेता, गायक), मालिनी अवस्थी (लोक संगीत), चित्रा मुदगल (कथाकार), डॉ. हरीश नवल (व्यंग्यकार), डॉ. चंद्र प्रकाश द्विवेदी (अभिनेता), मुकेश खन्ना (अभिनेता), मनोज जोशी (अभिनेता), गजेंद्र चौहान (अभिनेता) आदि। प्रतिनिधि
गुड़िया को न्याय दिलाने के लिए मार्च
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के पास कोटखाई में 10वीं कक्षा की छात्रा गुड़िया के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के विरोध में 18 जुलाई को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की जम्मू महानगर इकाई ने परेड चौक से लेकर कच्ची छावनी तक विरोध मार्च निकाला। छात्रों ने इसमें बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। छात्रों के हाथों में मोमबत्तियां थीं। छात्रों का कहना था कि दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए यह मार्च निकाला गया। मार्च में शामिल छात्रों ने दरिंदों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अभाविप की प्रदेश मंत्री वर्षा जंडियाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार रसूख रखने वाले आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। अन्य कार्यकर्ताओं ने भी अपने विचार रखे। प्रतिनिधि
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