अपनी बात:गुजरात—एक रूपक
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

अपनी बात:गुजरात—एक रूपक

by
Dec 1, 2017, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 01 Dec 2017 11:11:11

मतदान हिमाचल प्रदेश में भी हुआ था और निकाय चुनाव उत्तर प्रदेश में भी हुए, लेकिन जो राजनैतिक गर्मी गुजरात विधानसभा चुनावों ने पैदा की, वह अलग ही है। यह इस बात का संकेत है कि यह चुनाव कितना अहम है। दरअसल, आज गुजरात राज्य से ज्यादा एक प्रतीक है, रूपक है। तुष्टीकरण और सेकुलर राजनीति के छद्म को राजनैतिक रूप से तार-तार करने वाला सर्वसमन्वयकारी और प्रगतिगामी प्रतीक। राज्य की सत्ता संभालने वाली और चीजों को पटरी पर लाने वाली पार्टी यदि इसका श्रेय लेती है तो कहना होगा कि उसने यह हक कमाया है। कुछ दशक पहले तक ‘पिछड़ा’, ‘बीमारू’ और ‘जब-तब हिंसाग्रस्त रहने वाला राज्य’, यही तो छवि थी गुजरात की! यदि आज यह राज्य अपनी नई छवि से गर्वित होता है तो इससे किसी को क्या परेशानी हो सकती है! किन्तु परेशानी है. . . और जब इस परेशानी का दायरा राजनीतिक दलों से बाहर तक फैलता है तो मानना होगा कि परेशानी बड़ी है।
..वरना क्या जरूरत थी गांधीनगर के आर्चबिशप को राजनैतिक दंगल में ताल ठोकने की! और उनकी अपील किसके समर्थन में थी? यह सेकुलर राजनीति की नीयत का खोट नहीं तो और क्या है कि आर्चबिशप के जिस बयान की कसकर निंदा होनी चाहिए थी, उस पर सबके होंठ सिले रहे?
राम की बजाय रोम जपने वालों को, वेटिकन का झंडा उठाने वालों को ‘राष्ट्रवाद’ डराता है, यह बात आर्चबिशप ने खुलकर कह दी। इस साफगोई के लिए उनका धन्यवाद। किन्तु राजनीति हिम्मत नहीं, ‘छद्म’ की माहिर मानी जाती है। यह अनायास नहीं है कि गुजरात में बुजुर्ग पार्टी की नई भंगिमा दिखी। हिंदू समाज की ओर कभी ‘भगवा आतंकवाद’ जैसा फर्जी और घिनौना आरोप उछालने वाली पार्टी चुनावी वेला में ‘भगवा और भगवान’ की बलिहारी हुई जा रही है तो इस उलटबांसी की  खास राजनैतिक वजह है। यह यूं ही नहीं कि बांहें चढ़ाने वाले ‘युवराज’ मंदिरों में माथा नवाते-नवाते दोहरे हुए जा रहे हैं और उनकी पार्टी के कद्दावर अधिवक्ता राम मंदिर का मुद्दा ‘चुनाव’ से जोड़कर देख रहे हैं।
सो, यह मानने का कोई कारण नहीं कि यह लड़ाई महज चुनावी नहीं, बल्कि इससे बड़ी है। गुजरात चुनाव के पहले से चल रही है और बाद में भी चलेगी। दरअसल, जिसे गुजरात मॉडल कहा जाता है, वह और कुछ नहीं बल्कि हिंदू समाज की एकता और राज्य के सर्वांगीण विकास का प्रारूप है। यह मॉडल संकुचित किस्म की राजनीति और वर्ग-विद्वेष पर पलने वाले आर्थिक चिंतन को आईना दिखाता है। इसकी सफलता उन्हें डराती है। इसलिए विकास और समन्वय का प्रारूप देश-दुनिया के सामने रखते हुए आज गुजरात जो लड़ाई लड़ रहा है, वह न तो सिर्फ चुनावी लड़ाई है और न ही अकेले गुजरात को यह लड़ाई लड़नी है। यह लड़ाई देश के लिए निर्णायक है। इस चुनाव से यह तय होगा कि हिंदू एकता को तोड़ने के लिए राजनीतिक कुचक्रों का आरा किस तेजी से चल सकता है और समाज उसे कैसा उत्तर देने वाला है। इस चुनाव से यह भी तय होगा कि राज्य का बहुसंख्यक समाज जाति और वर्ग के आधार पर कटते-बंटते हुए राजनीति का मोहरा बनना पसंद करेगा या नहीं। यह चुनाव तय करेगा कि भारत में भविष्य की राजनीति कैसी करवट लेगी। गुजरात का वर्तमान रूपक उस वंशवादी, भ्रष्टाचारी राजनीति को ध्वस्त करने वाला है जिसने समाज को टुकड़े-टुकड़े कर अपने कुनबे और मुनाफे की राह पक्की की थी। आज मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सरीखे राज्यों में राजनीति जातिवाद की बीमारी से ऊपर उठती दिखती है तो इसके पीछे कहीं न कहीं गुजरात की परोक्ष प्रेरणा भी है। इस लिहाज से देखें तो राजनीति को यदि स्वास्थ्य लाभ करना है तो गुजरात मॉडल उसके लिए भी लाभदायक है। वरना ‘बांटो और राज करो’ की नीति तो अंग्रेजों की भी थी!
बहरहाल, समाज को जोड़ने वाली, प्रगतिपथ पर सबको साथ लेकर चलने वाली राजनीति देश की आवश्यकता है, गुजरात बताएगा कि उसे इस बात में कितना भरोसा है।         

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

माता वैष्णो देवी में सुरक्षा सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

four appointed for Rajyasabha

उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला समेत चार हस्तियां राज्यसभा के लिए मनोनीत

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

माता वैष्णो देवी में सुरक्षा सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

four appointed for Rajyasabha

उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला समेत चार हस्तियां राज्यसभा के लिए मनोनीत

Kerala BJP

केरल में भाजपा की दोस्तरीय रणनीति

Sawan 2025: भगवान शिव जी का आशीर्वाद पाने के लिए शिवलिंग पर जरूर चढ़ाएं ये 7 चीजें

CM Yogi Adityanath

उत्तर प्रदेश में जबरन कन्वर्जन पर सख्त योगी सरकार, दोषियों पर होगी कठोर कार्यवाही

Dhaka lal chand murder case

Bangladesh: ढाका में हिंदू व्यापारी की बेरहमी से हत्या, बांग्लादेश में 330 दिनों में 2442 सांप्रदायिक हमले

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies