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गत 9 जुलाई को दिल्ली में श्री गुजराती समाज में डॉ़ पंकज पाण्डेय की लिखी पुस्तक 'ॐकार से साक्षात्कार' का लोकार्पण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। डॉ़ पाण्डेय पिछले साल कैलाश-मानसरोवर की यात्रा पर गए थे। उन्होंने यात्रा के अपने अनुभवों, कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील के अप्रतिम सौन्दर्य सहित यात्रा मार्ग के अनेक ऐतिहासिक, धार्मिक स्थलों के सजीव वर्णन को समेटते हुए यह पुस्तक लिखी है।
पुस्तक लोकार्पित करते हुए भारत सरकार में प्रमुख आयकर आयुक्त श्री समीर मुखोपाध्याय ने कहा कि दुनिया में भगवान शिव के धाम कैलाश पर्वत और मानसरोवर की यात्रा जैसी दुर्गम पर नयनाभिराम दृश्यों से भरी कोई और धार्मिक यात्रा नहीं है। श्री मुखोपाध्याय स्वयं भी 2015 में इस यात्रा पर गए थे इसलिए उन्होंने इससे मिली ऊर्जा को स्वयं अनुभव किया है। उन्होंने कहा कि यात्रा के लिए वही चुना जाता है जिस पर भगवान कृपा करते हैं। इस अवसर पर आठवें जत्थे के संपर्क अधिकारी श्री कमल बंसल ने कहा कि यात्रा के दौरान पूरा समूह मानो एक परिवार जैसा हो जाता है जहां सब एक दूसरे की चिंता करते हैं।
पुस्तक के लेखक डॉ़ पंकज पाण्डेय ने कहा कि पुस्तक में इस महान यात्रा में मार्ग से लेकर अन्य सभी छोटी-बड़ी जानकरियां विस्तार से दी गई हैं जो श्रद्घालुओं के लिए मार्गदर्शिका का काम करेगी। पुस्तक का प्रकाशन करने वाले संस्थान मल्टीप्लेक्सिज इंडिया के स्वामी श्री गोपाल रतूड़ी ने कैलाश यात्रा के अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैलाश के दर्शन करना जैसे साक्षात शिव के दर्शन करना था। उस अनुभूति को शब्दों में नहीं बांधा जा सकता।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कैलाश मानसरोवर यात्रा कर चुके अनेक शिवभक्त तथा पत्रकार उपस्थित थे। – प्रतिनिधि
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