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केंद्र सरकार ने विज्ञान के क्षेत्र में पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्च करने वालों को 3 साल तक 50000 रुपये प्रतिमाह देने का फैसला किया है। इसके अलावा 7 लाख रुपये मूल अनुदान के रुप में भी दिया जाएगा। सरकार ने यह फैसला प्रतिभा पलायन को रोकने के लिए किया है।
किरकिरी से बजट घटाया
दिल्ली की आप सरकार ने अपने प्रचार एवं सूचना के लिए बजट की राशि घटाते हुए 200 करोड़ रुपये कर दी है। पिछले वर्ष आप सरकार का विज्ञापन पर बजट 526 करोड़ रुपये था। जिसपर भाजपा तथा कांग्रेस ने काफी विरोध जताया था। दिल्ली की जनता में भी इसको लेकर काफी रोष था।
ऐसा पहली बार
यह पहला मौका होगा जब देश के उच्च शिक्षा संस्थानों की नेशनल रैंकिंग बनाई गई है जिसे 4 अप्रैल को एक कार्यक्रम में जारी किया जाएगा। इसकी खास बात यह होगी कि इस रैंकिंग में सरकारी और निजी संस्थान दोनों शामिल होंगे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पहली बार नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क बनाया है जिसमें इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, कृषि संस्थान के साथ ही देशभर में विश्वविद्यालयों की रैंकिंग की जा रही है। अभी इसमें कॉलेज शामिल नहीं हैं।
उपग्रह प्रक्षेपण : इसरो विभिन्न देशों के 22 उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करेगा। इन्हें मई में छोड़ा जाएगा। इसमें भारत का भी उपग्रह होगा। इसके लिए पीएसएलवी सी-34 रॉकेट का इस्तेमाल किया जाएगा
32,000
रुपये कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के बंद पड़े करीब नव करोड़ भविष्य निधि खातों में जमा है। अब इन खातों में पहली अप्रैल से ब्याज दिया जाएगा।
2,50,000
रुपये तेलंगाना के हर विधायक को अब प्रतिमाह वेतन मिलेगा। विधानसभा ने 28 को इसकी मंजूरी दे दी।
1984 का सिख विरोधी दंगा, इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उन्मादी भीड़ की कार्रवाई थी। राज्य मशीनरी द्वारा प्रायोजित नहीं थी।
-कन्हैया कुमार,देश द्रोह का आरोप झेल रहे जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष
कन्हैया नासमझ तथा कांग्रेस समर्थक है। जिसका जन्म ही 1984 के बाद हुआ हो वो इस कत्लेआम के बारे में क्या जानता है? दंगे के लिए कांग्रेस तथा उसके नेता जिम्मेदार हैं।
-मनजीत सिंह, अध्यक्ष, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी
जिस तेजी के साथ विश्व में भारत का प्रभुत्व बढ़ रहा है, उसी के अनुरूप हिन्दी का भी अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार तेज हो रहा है, लेकिन संस्कृत को वह तेजी नहीं मिल पा रही, जबकि संस्कृत तो देववाणी हैं।
– डॉ. कर्ण सिंह, पूर्व केंद्रीयमंत्री, एक कार्यक्रम में
दादरी की घटना के बाद मीडिया के एक बड़े हिस्से ने विलाप शुरू कर दिया था, लेकिन दिल्ली में एक डॉ. की हत्या पर लोग जब सांप्रदायिक पहलू की बात कर रहे हैं तब यही मीडिया इसे गलत बता रहा है। -डॉ. अमित शुक्ला
ई-कामर्स में 100 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से संबधित दिशा-निर्देश सराहनीय कदम है। अच्छा लगा कि सरकार ई-कामर्स उद्योग की समस्याओं से वाकिफ है और इसे प्रोत्साहित भी करना चाहती है।
-कुणाल बहल, उद्यमी
फैलाया जा रहा भ्रम
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को लेकर देश में अनावश्यक भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है। मैंने एक कार्यक्रम में भागवत जी का पूरा भाषण सुना जिसमें उन्होंने समाज को जोड़ने,मानवता और राष्ट्र को मजबूत बनाने की बात कही। दूसरे मजहब या समुदाय विशेष के बारे में कोई टिप्पणी उन्होंने नहीं की। जिससे एहसास हो कि संघ केवल हिंदुत्व का हिमायती है।
-शाइस्ता अंबर, अध्यक्ष,आल इंडिया मुस्लिम वुमन पर्सनल लॉ बोर्ड
आधुनिक शिक्षा की पैरवी
मदरसों की तालीम और आधुनिक शिक्षा के बीच जानबूझ कर दूरियां पैदा कर दी गईं। ये दूरियां किसी और ने नहीं, हमारे समुदाय के कुछ लोंगों ने पैदा की है। मदरसों को सिर्फ धार्मिक शिक्षा तक सीमित कर दिया गया।
-जुनैद हारिस,प्रोफेसर,जामिया मिलिया इस्लामिया,विश्वविद्यालय,दिल्ली,एक परिचर्चा में
ली शपथ
म्यांमार में करीब 50 साल बाद लोकतांत्रिक तौर पर चुने गए पहले राष्ट्रपति ने शपथ ली है। सैनिक शासक थेन सेन ने नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी के टिन चॉ को सत्ता की कमान सौंपी और इसी के साथ सैनिक सरकार का लोकतांत्रिक सरकार को सत्ता का हस्तांतरण पूरा हुआ।
इस पर न हो राजनीति
एसवाइएल एक भावनात्मक मुद्दा है, जिस पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। इस मुद्दे का सावधानी तथा पहल के साथ हल निकालना चाहिए।
-प्रकाश सिंह बादल, मुख्यमंत्री, पंजाब
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