मथुरा में गोहत्या बंद हुई भोपाल, अजमेर, उत्तर प्रदेश और बिहार में कानून बने पंजाब में कानून बनाने का निश्चय
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

मथुरा में गोहत्या बंद हुई भोपाल, अजमेर, उत्तर प्रदेश और बिहार में कानून बने पंजाब में कानून बनाने का निश्चय

by
Feb 8, 2016, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 08 Feb 2016 12:32:57

60वर्ष पहले पाञ्चजन्य के पन्नों से

भगवान शंकराचार्य जी ने त्रिवेणी के जिस पवित्र संगम पर वेदों का उद्धार करने की घोषणा की थी, उसी पुण्य भूमि पर माघ शुक्ल 1 संवत् 2010 तद्नुसार 4 फरवरी 1954 को देश के भिन्न-भिन्न स्थानों से आये हुए महात्माओं-संन्यासियों, विद्वान ब्राह्मणों, सद् गृहस्थों तथा गोरक्षा का सिद्धांत मानने वाले सभी पक्षों के सज्जनों द्वारा आयोजित गोहत्यानिरोध सम्मेलन ने गोहत्या बंद करने की घोषणा करके गोहत्या निरोध समिति बनाने का निश्चय किया। सम्मेलन का उद्घाटन देश के प्रसिद्ध नेता राजर्षि पुरुषोत्तमदास जी टण्डन ने किया। सरकार द्वारा जन्माष्टमी 2011 तारिख 21 अगस्त 1954 तक गोहत्या बंद न होने पर समिति को आगे कदम उठाने का अधिकार प्रदान किया गया। गोहत्या निरोध समिति के प्रधान श्री प्रभुदत्त जी ब्रह्मचारी ने जनमत जाग्रत एवं संगठित करने के लिए देशव्यापी दौरा किया। स्थान-स्थान पर गोहत्या निरोध समितियां बनीं। 225 स्थानों पर सभाएं हुईं जिनमें 10 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया।

डिस्ट्रक्टि बोर्ड ने एक पुराने प्रस्ताव का आधार लेकर गोहत्या को सख्ती से रोकने की घोषणा की।

अजमेर, भोपाल तथा पंजाब

अजमेर तथा भोपाल में गोहत्या निषेध कानून बने। पंजाब के गुड़गांव जिले के मेव मुसलमानों के गांवों में नित्य पंद्रह सौ से दो हजार गोवंश तक का कत्ल होता था। आंदोलन के कारण पंजाब के मुख्यमंत्री ने 1872 के कानून के आधार पर डिप्टी कमिश्नर से नोटिस जारी करवाकर अस्थाई तौर पर गोहत्या बंद कर दी। किन्तु स्थाई कानून बनवाने के लिए जब आंदोलन किया गया तो पंजाब के मंत्रिमंडल ने स्थायी कानून बनाने का निश्चय गजट में प्रकाशित कर दिया। यह विधेयक विधानसभा के आगामी अधिवेशन में उपस्थित होगा।

उ.प्र. के मंत्री द्वारा उर्दू में बजट!

आम चुनाव में मुस्लिम-वोट प्राप्त करने की चाल

मुस्लिम साम्प्रदायिकता को प्रोत्साहन

-विशेष प्रतिनिधि द्वारा-

लखनऊ। विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि उ.प्र. के वित्त श्री हाफिज इब्राहिम ने समस्त अनुरोधों तथा अनुनय-विनय को ठुकरा कर प्रादेशिक सरकार का बजट उर्दू में प्रकाशनार्थ प्रस्तुत किया। समझा जाता है कि सहयोगी मंत्रियों की सलाह पर भी उन्होंने ध्यान नहीं दिया है। स्मरण रहे अब तक उ.प्र. का बजट सदैव हिन्दी में प्रकाशनार्थ प्रस्तुत किया जाता रहा है।

इस समाचार के कारण सरकारी क्षेत्रों में काफी सनसनी फैल गई है। श्री इब्राहिम अधिकारियों में चर्चा का विषय बन गए हैं, .. . किसी मंत्री का उर्दू में बजट प्रस्तुत करना आश्चर्यचकित कर देता है?

इस संबंध में एक बात उल्लेखनीय है कि श्री इब्राहिम ने हिन्दी बिल्कुल नहीं पढ़ी है। किंतु जब कभी उन्हें विधानसभा में भेंट या सभा में भाषण देना होता है, वे अपने निजी सचिव से हिन्दी में उसे तैयार कराते हैं और फिर उसे देखकर उर्दू लिपि में लिखते हैं। इस कारण कभी-कभी तो यहां तक देखने में आता है कि वे हिन्दी शब्दों का उच्चारण भी ठीक से नहीं कर पाते।

इस समस्त स्थिति का अवलोकन कर कोई पूछ बैठे कि जिस राज्य में कर्मचारियों को भी हिन्दी जानना अनिवार्य है, उस राज्य में एक मंत्री महोदय का और ऐसे मंत्री महोदय का, जिनका विभाग अत्यंत उत्तरदायित्वपूर्ण हो, हिन्दी के ज्ञान संशून्य होना कहां तक योग्य है?

इस बार श्री इब्राहीम ने उर्दू में ही बजट प्रस्तुत करने का जो निश्चय किया है, उसके संबंध में निकटवर्ती क्षेत्रों में कई अनुमान लगाए जा रहे हैं। कुछ लोगों का विचार है कि आगामी आम चुनाव में मुसलमानों के वोट प्राप्त करने के लिए उनका विश्वास सम्पादन करना अयंत आवश्यक है। और जबकि उर्दू को क्षेत्रीय भाषा स्वीकार कराने के लिए मुसलमानों द्वारा प्रदेश में प्रबल आंदोलन चलाया जा रहा हो, उस समय उनका विश्वास सम्पादन करने का इससे अधिक अच्छा साधन क्या हो सकता है?

कुछ लोगों का यह भी कहना है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री डॉ. संपूर्णानंद ने कुछ साम्प्रदायिक मुसलमानों की अराष्ट्रीय वृत्ति की जो आलोचना की उससे खिन्न होकर हाफिज जी ने यह रुख अपनाया है।

इन कथनों को बल इस बात से और प्राप्त होता है कि यदि मंत्री महोदय चाहते तो अपने अन्य भाषणों की भांति बजट भाषण भी अपने सहयोगियों से हिन्दी में तैयार करा सकते थे।

लोगों का विचार है कि यदि किसी प्रकार बजट हिन्दी में तैयार हुआ तो उसका श्रेय प्रदेश के मुख्यमंत्री संपूर्णानंद को होगा।

दिशाबोध

श्रम-सिद्धांत

हर उद्योग में श्रम भी एक महत्वपूर्ण पूंजी है और श्रमिकों की श्रेणी को उद्योगों के भागीदारों के बराबर उठाना चाहिए। उनके श्रम को ही उनका अंश (शेयर) माना जाना चाहिए। इससे उद्योग में उनकी सहभागिता एवं लाभ में भाग बांटने की व्यवस्था स्थापित की जा सकेगी जो अंतत: उत्पादन और उत्पादकता के स्तर को भी बढ़ाएगी। यह कैसा सिद्धांत है जो हर बात का मोल जानता है किन्तु किसी के भी मूल्य को नहीं समझता, क्योंकि इस सिद्धांत में श्रमिकों को केवल उत्पादन का साधन एवं उसके मूल्य-निर्धारण का माध्यम माना जाता है।

-पं. दीनदयाल उपाध्याय

(पं. दीनदयाल उपाध्याय विचार-दर्शन, खण्ड-4, पृष्ठ संख्या-34)

 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies