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पूर्वांचल कल्याण परिषद् द्वारा पिछले दिनों कोलकाता के साल्ट लेक स्थित बिग बाजार में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया। इस कथा से प्राप्त हुई दान राशि से सुन्दरवन (गोसाबा द्वीप) में नूतन कन्या छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। इस छात्रावास में लगभग 100 वनवासी छात्राओं को रखा जाएगा और शिक्षा के जरिए उन्हें स्वावलंबी बनाया जाएगा। कथा प्रारंभ होने से पूर्व भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इसके बाद बाल विदुषी उर्मलिया जी ने कथा की सरिता बहाई। उल्लेखनीय है कि उर्मलिया जी छोटी उम्र से ही कथा करती आ रही हैं। अब तक वह 110 कथाएं कर चुकी हैं। -प्रतिनिधि
संस्कृत को जनभाषा बनाने का मिला मंत्र
गत दिनों नई दिल्ली के पंजाबी बाग स्थित सनातन धर्म बाल मंदिर में भारत संस्कृत परिषद् द्वारा आयोजित संस्कृत व्यवहार शिविर सम्पन्न हुआ। 10 दिवसीय इस शिविर का उद्घाटन लालबहादुर शास्त्री संस्कृत विद्यापीठ के पूर्व कुलपति प्रो़ श्रीधर वशिष्ठ और विहिप नेता राघवल्लू एवं कोटेश्वर शर्मा ने संयुक्त रूप से किया। शिविर में महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली आदि राज्यों के 100 से अधिक प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। शिविर में संस्कृत संभाषण के अतिरिक्त योग, आयुर्वेद, ज्योतिष, वैदिक गणित, पत्रकारिता एवं लेखन, संगीत, वैदिक प्रबंधन आदि विषयों का प्रशिक्षण दिया गया।
शिविर के संचालक परिषद् के महामंत्री आचार्य राधाकृष्ण मनोड़ी और शिविराधिकारी राजबिहारी शर्मा थे। प्रशिक्षकों में वासुदेव चमोली, योगेन्द्र शर्मा और तुषा शर्मा शामिल थे। अलग-अलग सत्रों में शिविरार्थियों को विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री श्री चम्पत राय, संगठन महामंत्री श्री दिनेश चन्द्र, श्री बालकृष्ण नाईक, धर्मनारायण शर्मा, विजयशंकर तिवारी, रा.स्व.संघ के ग्राम विकास प्रकल्प प्रमुख डॉ. दिनेश, अ.भा. कार्यकारी मण्डल के सदस्य श्री अशोक बेरी, भाजपा प्रवक्ता सांसद श्री विजय सोनकर शास्त्री, लाल बहादुर शास्त्री संस्कृत विद्यापीठ के कुलपति डॉ. रमेश कुमार पाण्डेय एवं पर्वतारोही संतोष यादव आदि ने संबोधित किया। परिषद के संगठन मंत्री ने बताया कि केन्द्र सरकार को एक अन्तराष्ट्रीय संस्कृत वि.वि. स्थापित करने का प्रस्ताव भेजा जाएगा। – प्रतिनिधि
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