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गत दिनों मोहाली में राष्ट्रीय सिख संगत के तत्वावधान में एक गोष्ठी आयोजित हुई। इसको संबोधित करते हुए हरियाणा के राज्यपाल श्री कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि श्री गुरुग्रंथ साहिब में हमारे गुरु साहिबान, भक्तों तथा भट्टों द्वारा जो उपदेश दिए गए हैं वे सज्जन व्यक्तियों की रक्षा करने में संजीवनी का काम कर रहे हैं। हम सब उनके उपदेशों को अपने जीवन में उतारकर और प्राणिमात्र की रक्षा कर विश्व गुरु भारत के सपूत कहलाएं।
गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे अवकाश प्राप्त आई़ पी़ एस़ अधिकारी सरदार इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा कि गुरु साहिबान ने श्री गुरुग्रंथ के रूप में हमें सुखी मानव जीवन व्यतीत करने का रास्ता दिखाया है। आवश्यकता है इस अमृतवाणी को आम जन तक पहुंचाने की।
मुख्य वक्ता संगत संसार सोसायटी के अध्यक्ष सरदार गुरचरन सिंह गिल ने कहा कि श्री गुरुग्रंथ साहिब में इस देश के पवित्र ग्रंथ वेद, पुराण, रामायण, महाभारत, गीता तथा विभिन्न पंथों के पवित्र ग्रंथों का अमृत संजोया हुआ है। विशिष्ट अतिथि केन्द्रीय हिमाचल विश्वविद्यालय, धर्मशाला के कुलपति डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह द्वारा खालसा राज की स्थापना हिन्दुस्थान के स्वर्णिम इतिहास का गौरवशाली पृष्ठ है।
सिख संगत के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) श्री अविनाश जायसवाल ने कहा कि संगत संसार सोसायटी श्री गुरुग्रंथ साहिब की पवित्र वाणी का प्रचार-प्रसार करने के लिए तैयार है। -प्रतिनिधि
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