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विश्व हिन्दू परिषद द्वारा संचालित संगठन इण्डिया हेल्थलाईन के 24 मई को एक वर्ष पूर्ण होने पर सवाई मानसिंह अस्पताल,जयपुर के सभागार में वर्षभर के कार्यो की समीक्षा के लिये चिंतन बैठक की गई। बैठक में मुख्य वक्ता के रूप में इण्डिया हेल्थलाईन केन्द्रीय कार्यकारणी के सदस्य शिबू भाई उपस्थित थे । इण्डिया हेल्थ लाईन के केन्द्रीय कार्यकारणी सदस्य शिबू भाई ने कहा कि इण्डिया हेल्थलाईन कैसे गरीबों तक पहुंचे इसके बारे में सभी कार्यकर्ताओं को चिंतन करना है। ग्रामीण क्षेत्रों एवं कच्ची बस्तियों में निशुल्क जांच शिविर के आयोजन की चर्चा की गई। एक वर्ष के सफल आयोजन में राजस्थान में अकेले 2193 चिकित्सक जुड़ गये हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान के सभी बडे़ शहरों में बड़े अस्पतालों में इण्डिया हेल्थलाईन के माध्यम से निशुल्क इलाज करवाया जा रहा है। इण्डिया हेल्थलाईन का नि:शुल्क सेवा नम्बर 18602333666 है। इस नम्बर पर फोन करने पर चिकित्सकों द्वारा मुफ्त जांच तथा मुफ्त सलाह उपलब्ध होती है।
इण्डिया हेल्थलाईन के क्षेत्रीय संयोजक अशोक रायजादा ने कहा कि इण्डिया हेल्थलाईन के एक वर्ष पूर्ण होने पर कायार्े की समीक्षा तो कर ही रहा है साथ ही आगामी वर्ष में होने वाले कायार्े की रूपरेखा भी तैयार कर रहा है। कायार्े को गति देने के लिये नई कार्यकारिणी भी बनाई गई। बैठक में एन.एम.ओ के सदस्य डॉ. के़ के़ मंगल, जयपुर साईधाम के महंत गणेश महाराज इण्डिया हेल्थलाईन के सर्वेश जोशी, जोधपुर प्रान्त अध्यक्ष डॉ. के़के. गोयल एवं चितौड़ प्रान्त अध्यक्ष डॉ़ अशोक शारदा, जयपुर प्रान्त संयेाजक नीलेश पुरोहित, चितौड़ प्रान्त संयोजक गौरव माथुर, विहिप जयपुर महानगर कार्याध्यक्ष अर्जुन सिंह सिसोदिया सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। ल्ल प्रतिनिधि
'अटल-अनन्य अटल जी'
गत 24 मई को नई दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशनल क्लब के डिप्टी स्पीकर हाल में भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी पर केन्द्रित हिम उत्तरायणी पत्रिका के विशेषांक का लोकार्पण संपन्न हुआ। समारोह की अध्यक्षता करते हुए शीर्ष शिक्षाविद् एवं डी़ ए़ वी़ प्रबंधन समिति से जुडे़ प्रो़ मोहनलाल ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी एक कुशल वक्ता, उदार हृदय व्यक्ति, श्रेष्ठ कवि और विश्वमंच पर हिन्दी को प्रतिष्ठित करने वाले शलाका
पुरुष हैं।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि पं़ दीनदयाल उपाध्याय और डॉ़ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सहयात्री रहे अटल जी बहुआयामी प्रतिभा के धनी व्यक्ति हैं। पाञ्चजन्य और राष्ट्रधर्म में रहकर पत्रकारिता के क्षेत्र में और प्रधानमंत्री के रूप में देश को उन्होंने अनूठा योगदान दिया है।
वरिष्ठ हिन्दी कवि एवं आलोचक डॉ़ दिविक रमेश ने कहा कि विचारधारा के नाम पर किसी मंच से परेहज नहीं करना चाहिए। असली बौद्धिक योद्धा वही है, जो उदारवादी दृष्टिकोण अपनाकर कहीं भी अपनी बात मुखर रूप से रख सके, यही गुण अटल बिहारी वाजपेयी में हैं।
डॉ़ श्यामा प्रसाद मुखर्जी फाउंडेशन के निदेशक डॉ. अनिर्वण गांगुली ने कहा कि अटल जी ने अपने समय के राजनेताओं के लिए अनुकरणीय जीवन दर्शन एवं आचरण प्रस्तुत किया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दी प्राध्यापक प्रो़ ललित बिहारी गोस्वामी ने कहा कि अटल जी इस युग के राष्ट्रनायक हैं और वे भावी पीढ़ी के लिए भी इतिहास पुरुष बने रहेंगे। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ के पूर्व कुलपति शीर्ष संस्कृत विद्वान प्रो़ श्रीधर वशिष्ठ ने कहा कि भारतीय राजनीति में शुक्ल और शुभ्र छवि के वाजपेयी हमेशा सबके प्रिय रहे हैं, परमात्मा उन्हें स्वस्थ रखे।
लेखिका श्रीमती सविता चड्ढा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सबके आत्मीय और सबको अपना बनाने वाले महापुरुष हैं। उन्होंने समाज, पत्रकारिता, हिन्दी भाषा और भारत देश के लिए अपना सर्वस्व समर्पित किया। इस अवसर पर प्रो़ लल्लन प्रसाद, श्री उदयशंकर, प्रो. सुरेन्द्र कुमार, श्रीमती संतोष, उदय शर्मा, डॉ. देवी प्रसाद त्रिपाठी एवं डॉ. जीतराम भट्ट को अटल सहयात्री सम्मान प्रदान किया गया। वहीं श्री विजय कुमार, वीरेन्द्र दत्त सेमवाल, चारु तिवारी, गोपाल रावत, डॉ. कृष्ण चन्द्र पांडे, कपिल देव मिश्र को अटल सेवा सम्मान प्रदान किया गया। ल्ल प्रतिनिधि
अप्रतिम कला साधक का अवसान
गत 22 मई को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक स्व.चक्रवर्ती त्रिमुगन का बेंगलुरू के मनीपाल अस्पताल में अवसान हो गया। वह 68 वर्ष की अवस्था पार कर चुके थे। वह पांच दशक से संघ से जुड़े हुए थे और उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया। उन्हें कर्नाटक में संस्कार भारती को स्थापित करने का काम दिया गया, जिसे उन्होंने पूरी लगन से निभाया। उनमें कला के प्रति गहन प्रेम था। इस क्षेत्र में उन्होंने बहुत बड़ा योगदान दिया था। वह नई प्रतिभाओं को निखारने पर अत्यधिक ध्यान देते थे। उन्होंने 'हराते' नाम से एक नया प्रकल्प शुरू किया था जिसमें वह बौद्धिक 'टॉक शो' करते थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले एवं संघ के अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने उनके निधन पर गहन दुख व्यक्त किया। ल्ल प्रतिनिधि
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