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जम्मू में 24 और 25 अप्रैल को पूर्व सैनिक सेवा परिषद् ने एक कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें देशभर से लगभग 100 पूर्व सैनिकों ने भाग लिया। कार्यशाला में देश व समाज हित के कई मु्द्दों पर विस्तार से चर्चा हुई और कई निर्णय लिए गए। कार्यशाला में कई संगठनों और मजहबों के लोगों से बातचीत कर निर्णय लिया गया कि अगर भारत में कोई भी 'पाकिस्तान जिन्दाबाद' का नारा लगाता है तो उसे गद्दार की संज्ञा दी जानी चाहिए और उस पर मुकदमा न चलाकर उसे उसके परिवार व सामान सहित पाकिस्तान भेज देना चाहिए। पाकिस्तान अगर उसे नहीं रखता है तो फिर उसे मानना चाहिए कि वह गलत बोल रहा है और उसे 'पाकिस्तान जिन्दाबाद' कहने के अपराध में देश से माफी मांगनी चाहिए और अगर वह ऐसा नहीं करता है तो देश की सेना व सरकार को उसे पाकिस्तानी मानकर उसके साथ वैसा ही व्यवहार करना चाहिए। जैसे 1857 में नारा लगा था 'फिरंगी मारो, आजादी लाओ व देश बचाओ' ऐसे ही 'गद्दार भगाओ, देश बचाओ और देश की एकता, अखण्डता व मोहब्बत को सुरक्षित करो' का नारा बुलंद होना चाहिए। दूसरा निर्णय यह हुआ कि जम्मू, कश्मीर व लद्दाख, इन तीनों को अलग-अलग राज्य बना दिए जाए और अगर ये तीनों इकट्ठे रहना चाहते हैं तो एक-दूसरे का विरोध करना बंद करें। कार्यशाला के समापन समारोह के मुख्य वक्ता थे पूर्व सैनिक सेवा परिषद् के मार्गदर्शक श्री इन्द्रेश कुमार। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक सेवा परिषद् देशभर में अपनी शाखाओं के माध्यम से सुरक्षित तथा महान भारत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं राज्यमंत्री प्रिया सेठी और विशिष्ट अतिथि थे ले.ज़ (से़ नि़) एल़ पी़ सदोत्रा।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की गोष्ठी
इन्हीं दिनों मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, जम्मू-कश्मीर द्वारा जम्मू मेंें 'देश के सामने चुनौतियां व भारतीय मुसलमानों की भूमिका' विषय पर एक गोष्ठी आयोजित की गई। इस अवसर पर श्री इन्द्रेश कुमार ने मुस्लिम समाज का आह्वान किया कि वे राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करने के लिए आम लोगों की भावनाओं से खेलने वाले लोगों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाएं। मुस्लिम समाज को ऐसी सभी बातों का खुलकर विरोध करना चाहिए, जो इस्लाम की शिक्षा के विरुद्ध हों। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि हिंसा का रास्ता कभी भी समृद्धि की ओर नहीं जाता। शांति का वातावरण ही अशिक्षित को शिक्षित और गरीब को अमीर बना सकता है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश संयोजक नजीर अहम्मद मीर ने मंच द्वारा जम्मू-कश्मीर में किए जा रहे कायार्ें की जानकारी दी। मंच के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजल ने कहा कि आजादी के बाद से जम्मू-कश्मीर में मुस्लिम मुख्यमंत्रियों ने ही सरकारें चलाई हैं, लेकिन इन सबने केवल अपने लिए काम किया है, न कि मुस्लिम समाज के लिए। मुख्य अतिथि और जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष कविन्द्र गुप्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों का समान विकास किया जाएगा। ल्ल बलवान सिंह
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