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गत दिनों संतों और मंदिरों को सुरक्षा प्रदान करने, मठ-मंदिरों की हड़पी गई जमीन को वापस लाने जैसी छह मांगों को लेकर संस्कृति सुरक्षा मंच के कार्यकर्ताओं ने ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर समेत राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर धरना दिया। इन मांगों को लेकर राज्यपाल डॉ. एस़ सी. जमीर को एक ज्ञापन भी सौंपा गया।
राजधानी भुवनेश्वर में राजभवन के सामने आयोजित धरना कार्यक्रम में मंच के सैकड़ों कार्यकर्ता एकत्रित हुए और विरोध प्रदर्शन किया। संस्कृति सुरक्षा मंच के संयोजक प्रमोद दास ने बताया कि ओडिशा सरकार हिन्दू सन्तों और मन्दिरों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में भगवा वस्त्रधारी कुछ लोगों पर गलत आरोप लगाए गए हैं। इसी की आड़ में राज्य सरकार मठ, मंदिरों के संचालकों और संतों को परेशान कर रही है। राज्य सरकार को ध्यान रखना चाहिए कि भगवा वस्त्र पहन कर कुछ लोग गलत कार्य करते हैं तो इसका यह मतलब नहीं है कि सारा संत समाज खराब है। राज्य सरकार सन्तों को परेशान करने से बाज आए। उन्होंने कहा कि चर्च व मस्जिद के नाम पर सरकारी, जंगल व अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लोगों की जमीन हड़पी गई है। लेकिन सरकार उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। वहीं दूसरी ओर ओडिशा सरकार हिन्दू मन्दिरों और सन्तों को परेशान करने का बहाना ढूंढती रहती है। उन्होंने कहा कि सरकार साधु-संतों व मठ-मंदिरों को सुरक्षा प्रदान करे।
ल्ल समन्वय नंद
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