|
सड़क किनारे खड़ी कांवडि़यों की बस को कंटेनर ने मारी थी टक्कर, बस के टायर के नीचे कुचलकर हुई कांवडि़यों की मौत
बहार के औरंगाबाद जिले में जीटी रोड पर 29 जुलाई तड़के शिवम पेट्रोल पंप के पास एक कंटेनर ने एक खड़ी यात्री बस में टक्कर मार दी। टक्कर से बस सड़क पर सो रहे कांवडि़यों पर जा चढ़ी। और बस के टायर के नीचे कुचलने से 10 कांवडि़यों की मौत हो गई, जबकि 35 कांवडि़ये घायल हो गए। हादसे में मारे गए सभी ऋद्धालु रोहतास जिले के डिहरी और अकोढ़ीगोला थाना क्षेत्र के रहने वाले थे। हादसे के विरोध में डेहरी विधायक रश्मि जोशी और उनके पति प्रदीप जोशी के नेतृत्व में लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया। करीब पांच घंटे बाद लोगों को समझा बुझाकर जाम को खोला जा सका।
इसे भी पढ़े : बरेली में कांवडि़यों पर पथराव के बाद बवाल
हादसे में बचे लोगों ने बताया कि 28 जुलाई रात करीब 12 बजे जब उनकी बस शिवम पेट्रोल पंप के समीप पहंची तो बस के ड्राइवर ने यह कहकर बस चलाने से इनकार कर दिया कि उसे नींद आ रही है। फिर उसने बस को वहीं फोर लेन रोड पर ही खड़ा कर दिया। इसके बाद लगभग एक दर्जन कांवडि़ये बस से नीचे उतर गए और बस के नीचे बराबर में ही सड़क पर सो गए। इसी बीच तड़के करीब तीन बजे तेज गति से गुजरते हुए कंटेनर ने बस में पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि रुकी हुई बस के बराबर में सोते हुए कांवडि़यों को कुचलते हुए काफी दूर तक निकल गई। बस के पहिए के नीचे दबकर बुरी तरह कुचले, इनमें छह लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई तथा चार अन्य की मौत इलाज के दौरान हो गयी। मरने वालों में तीन महिलाएं और एक किशोर भी शामिल है। दरअसल पूर्व विधायक प्रदीप जोशी ने अकोढ़ीगोला एवं नोखा प्रखंड के गांवों से लोगों को भगवान शिव के दर्शन के लिए देवघर जाने का प्रबंध कराया था। जब यह हादसा हुआ तब वे लोग देवघर में जल चढ़ाकर बोधगया के रास्ते वापस लौट रहे थे। पुलिस अधीक्षक उपेंद्र कुमार ने बताया कि घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जिलाधिकारी औरंगाबाद नवीनचंद्र झा ने बताया कि प्रशासन की ओर से हादसे में मरने वालों के परिजनों को 2.50 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए मुआवजे की घोषणा की गई है।
टिप्पणियाँ