विविध- श्रद्धासुमन : स्व. राकेश कुमार 'एक अनथक कर्मयोगी का अवसान'
May 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

विविध- श्रद्धासुमन : स्व. राकेश कुमार 'एक अनथक कर्मयोगी का अवसान'

by
Jun 21, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 21 Jun 2014 15:19:50

12 जून को मैं कुरुक्षेत्र संघ शिक्षा वर्ग में पहुंचा। तभी मोबाइल की घंटी बजी। 'मैं अशोक कुमार बोल रहा हूं़.़.ज़ैसलमेर-जोधपुर के रास्ते में हमारे साथ सड़क हादसा हो गया है, राकेश जी और एक अन्य कार्यकर्ता चले गए हैं़.़.़'। इसके बाद कुछ देर तक मौन संवाद जारी रहा। झण्डेवाला कार्यालय में, फिर सरकार्यवाह जी और सरसंघचालक जी को मैंने हादसे की जानकारी दी। जिसने भी सुना हतप्रभ रह गया। मेरी आंखों के सामने गत 41 वर्ष के साथ की यादें घूमने लगीं। 1973 में अबोहर में लगे संघ शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष में श्री राकेश जी और मेरी पहली मुलाकात शिक्षार्थी के रूप में हुई और आखिरी भेंट 13 जून को उन्हें अंतिम विदाई देते हुए, एकतरफा ही हुई।

आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने 'इंदिरा इज इंडिया' का नारा दिया था। इस विचार को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस ने 'कामागाटामारू' में अधिवेशन बुलाया। इस अधिवेशन में इंदिरा गांधी और राष्ट्रविरोधी विचारों का विरोध करने के लिए स्वयंसेवकों ने वहां सत्याग्रह करने की योजना बनाई। इस पूरी योजना का नेतृत्व राकेश जी ने किया। श्रीमती इंदिरा गांधी का भाषण शुरू होते ही सभागार 'भारत माता की जय', 'तानाशाही खत्म करो', 'इमरजेंसी हटाओ' के नारों से गूंज उठा। घुड़सवार पुलिस ने घोड़े दौड़ाए, लाठियां बरसाइंर् और देखते ही देखते सभा खत्म हो गई। इस सत्याग्रह के दौरान स्वयंसेवकों को वहां पहुंचाने, सूचनाओं का आदान-प्रदान करने और पूरे घटनाक्रम की जानकारी एकत्रित करने की जिम्मेदारी मुझे दी गई थी। सो, मैं इस घटना का प्रत्यक्षदर्शी रहा। अधिवेशन स्थल पर चारों ओर से पुलिस की लाठियों की आवाज आ रही थी और खून के फव्वारे ही नजर आ रहे थे। पुलिस हतप्रभ थी और सत्याग्रही खून की लालिमा में भी मुस्करा रहे थे। पंजाब में आतंकवाद के काले दिनों के दौरान राकेश जी अमृतसर के विभाग प्रचारक के रूप में जिम्मेदारी निभा रहे थे। बरसती गोलियों एवं बम विस्फोटों की गूंज में वे सतत गतिमान रहकर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते रहे और समाज में अलगाव को नकारते हुए समरसता का मंत्र फूंकते रहे। उन दिनों पंजाब में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति तथा अन्य सुरक्षात्मक उपायों का प्रशिक्षण भी उनके जिम्मे था। आतंकवादियों द्वारा कार्यकर्ताओं की हत्या, अपहरण, सामूहिक हत्याकाण्ड, शाखाओं पर हमला, बटाला नगर तथा फतेहगढ़ चूडि़या का उग्रवादियों द्वारा घेराव, इस प्रकार के हर अवसर पर राकेश जी तुरंत पहुंचते थे। उनके आते ही सबको लगता था कि समाधान आ गया। शायद उनकी इन्हीं खूबियों के कारण संगठन ने उन्हें चुनौतीपूर्ण जम्मू-कश्मीर प्रांत का दायित्व सौंपा। हत्याओं और पलायन का दौर चरम पर था, लेकिन राकेश जी विस्थापितों की व्यवस्था एवं सेवा करने तथा समाज का मनोबल बढ़ाने का आह्वान करते रहते थे। उनकी योग्यता और क्षमता के अनुरूप ही वर्तमान में उनके पास अखिल भारतीय सीमा जागरण प्रमुख की जिम्मेदारी थी। 'सरहद को प्रणाम' कार्यक्रम की सफलता के पीछे श्री राकेश जी का ही कौशल था। श्री राकेश जी जीवन में कभी झुके नहीं, रुके नहीं और थके भी नहीं। ऐसे प्रेरणापुंज साथी को मेरा शत-शत नमन। -रामेश्वर दास
क्षेत्रीय प्रचारक,उत्तर क्षेत्र, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

S-400 difence System

पाकिस्तान का एस-400 को नष्ट करने का दावा फर्जी, जानें क्या है पूरा सच

India And Pakistan economic growth

भारत-पाकिस्तान: आर्थिक प्रगति और आतंकवाद के बीच का अंतर

कुसुम

सदैव बनी रहेगी कुसुम की ‘सुगंध’

#पाकिस्तान : अकड़ मांगे इलाज

प्रतीकात्मक तस्वीर

भारतीय वायुसेना की महिला पायलट के पाकिस्तान में पकड़े जाने की बात झूठी, PIB फैक्ट चेक में खुलासा

भोपाल में लव जिहाद के विरोध में प्रदर्शन करतीं महिलाएं

लव जिहाद के विरुद्ध उतरीं हिंदू महिलाएं

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

S-400 difence System

पाकिस्तान का एस-400 को नष्ट करने का दावा फर्जी, जानें क्या है पूरा सच

India And Pakistan economic growth

भारत-पाकिस्तान: आर्थिक प्रगति और आतंकवाद के बीच का अंतर

कुसुम

सदैव बनी रहेगी कुसुम की ‘सुगंध’

#पाकिस्तान : अकड़ मांगे इलाज

प्रतीकात्मक तस्वीर

भारतीय वायुसेना की महिला पायलट के पाकिस्तान में पकड़े जाने की बात झूठी, PIB फैक्ट चेक में खुलासा

भोपाल में लव जिहाद के विरोध में प्रदर्शन करतीं महिलाएं

लव जिहाद के विरुद्ध उतरीं हिंदू महिलाएं

CG Ghar Wapsi Sanatan Dharama

घर वापसी: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में 10 ईसाइयों ने अपनाया सनातन धर्म

Operation Sindoor Press briefing : ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को किया नष्ट

भारतीय सेना ने PAK पर किया कड़ा प्रहार: पाकिस्तानी आतंकी लॉन्च पैड और चौकियां तबाह

प्रतीकात्मक तस्वीर

भारत के पॉवर ग्रिड पर पाकिस्तानी साइबर हमले की खबर झूठी, PIB फैक्ट चेक में खंडन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies