लोकपाल पर फिर रार
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

लोकपाल पर फिर रार

by
Feb 2, 2013, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 02 Feb 2013 14:16:35

एक बार फिर सरकार ने यह साबित कर दिया है कि वह सशक्त लोकपाल के पक्ष में नहीं है, क्योंकि जो सरकार घोटालों का रिकार्ड बना चुकी हो, जिसके मंत्रियों व सांसदों को भ्रष्टाचार के आरोपों में न केवल पद छोड़ना पड़ा हो बल्कि जेल की हवा भी खानी पड़ी हो, वह सरकार लोकपाल के जरिये अपने चेहरे का नकाब और क्यों उतरवाना चाहेगी? लोकपाल संबंधी जिस विधेयक को सरकार लोकसभा में पारित कराके अपनी पीठ थपथपा रही थी, वह राज्यसभा में पारित नहीं हो सका और राज्यसभा की प्रवर समिति को सौंप दिया गया। प्रवर समिति की सिफारिशों पर विचार करने के बाद सरकार ने जिस प्रारूप को मंजूरी दी है, वह न तो लोकपाल के लिए जबर्दस्त आंदोलन चलाने वाले अण्णा हजारे को पसंद आ रहा है, और प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी को भी उस पर आपत्ति है। देश में भ्रष्टाचार एक गंभीर ही नहीं, विकराल रूप धारण कर चुका है, तब उस पर कड़े कानूनी प्रावधानों द्वारा अंकुश लगाने को पूरा देश लालायित है, अण्णा आंदोलन में देश के इस उबाल को देखा जा चुका है, सरकार उसके प्रति कतई गंभीर नहीं दिखती। इसका सीधा अर्थ है कि यह सरकार न तो जनाकांक्षाओं का सम्मान करना चाहती है और न साफ–सुथरा व भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने में उसकी कोई रुचि है। परिणामत: सरकारी खजाने की खुली लूट करने की पूरी छूट इस सरकार ने अपने संरक्षण में दे रखी है।

राष्ट्रमंडल खेल घोटाला, टू जी स्पेक्ट्रम घोटाला और कोयला खदान घोटाले में तो अब तक के भ्रष्टाचार के सारे रिकार्ड तोड़ दिए गए। इसके बावजूद प्रधानमंत्री व उनका कार्यालय न केवल मौन बने रहे, बल्कि घोटालेबाजों को बचाने की भी पूरी जुगत उन्होंने की। उनके सिपहसालार तो घोटालों को नगण्य बताने पर तुले रहे, उल्टे नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक पर ही कीचड़ उछालते रहे। यह बेहद शर्मनाक था। यहां तक कि भ्रष्टाचार निरोधक सर्वोच्च संस्था केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त की नियुक्ति में भी चयन समिति की सदस्य नेता-प्रतिपक्ष की आपत्तियों को खारिज करके एक दागी व्यक्ति को उस पद पर बैठा दिया, जिसे बाद में सर्वोच्च न्यायालय की फटकार के बाद मजबूरन हटाया गया। तो ऐसी सरकार से आप क्या उम्मीद कर सकते हैं? प्रवर समिति की दो प्रमुख सिफारिशों, आरोपित सरकारी अधिकारियों पर सीधी कार्रवाई किए जाने व किसी मामले की जांच कर रहे सीबीआई अधिकारी के तबादलों से पूर्व लोकपाल की मंजूरी लिए जाने को तो माना ही नहीं गया, सीबीआई को भी यह कहकर लोकपाल के दायरे से बाहर रखा गया है कि इससे सीबीआई की स्वायत्तता प्रभावित होगी। जबकि सब जानते हैं कि केन्द्र सरकार के द्वारा सीबीआई का राजनीतिक इस्तेमाल किए जाने से वास्तव में उसकी कोई स्वायत्तता बची ही नहीं है। यह सरकार अपनी सुविधा व सत्ता-स्वार्थों के हिसाब से तय करती है कि किसके खिलाफ कब सीबीआई जांच शुरू करानी चाहिए और कब बंद करा देनी चाहिए। इस सरकार को बाहर से समर्थन दे रहीं समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के नेता इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। इस तरह यदि बिना नख-दंत का लोकपाल सरकार ने खड़ा कर भी दिया तो उससे हासिल क्या होगा, सिवाय इसके कि सरकार जनता के सामने अपनी पीठ थपथपाए कि देखिए, हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कारगर कदम उठाते हुए लोकपाल का गठन कर दिया? यह जनता के साथ धोखे के सिवाय और कुछ नहीं है।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies