कहानी : स्वदेशी वस्तु-प्रेम
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

कहानी : स्वदेशी वस्तु-प्रेम

by
Dec 14, 2013, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 14 Dec 2013 16:10:50

महाराजा रणजीतसिंह के दरबार में सब सरदार अपने आसनों पर बड़ी शान से विराजमान थे। दरबान ने झुककर ह्यसत्श्री अकालह्ण कहकर निवेदन किया, महाराज एक अंग्रेज व्यापारी दर्शन करना चाहता है। हुक्म हो तो हाजिर करूं?
महाराज ने कहा, पहले पूछो कि किस काम के लिए आया है। हमारा किसी अंग्रेज से क्या लेना-देना?
जी महाराज कहकर दरबान चला गया।
पुन: प्रवेश करके दरबान ने फिर उसी तरह झुककर प्रणाम किया और बोला, वह अंग्रेज अपनी कंपनी का बना कुछ सामान बेचना चाहता है, सरकार।
राजा रणजीतसिंह ने स्वीकृति दे दी, उसे हाजिर करो।
दरबान के साथ एक लंबा-तगड़ा अंग्रेज अंदर आया। उसके साथ एक बड़ा सा बैग था। राजा ने एक खाली आसन की ओर इशारा करते हुए कहा, बैठिए। बताइए, आप क्या दिखाने लाए हैं?
अंग्रेज व्यापारी खड़ा रहा। उसने अपना बैग खोला और कांच की बनी कुछ चीजें दरबार के बीच में रखी मेज पर सजा दीं। सब दरबारी और स्वयं राजा आराम से सामान सजाते हुए उसे देखते रहे। अंग्रेज व्यापारी को लगा, मेरी चीजें सबको पसंद आ रही हैं, तभी सब बड़े ध्यान से देख रहे हैं। यदि राजा रणजीतिसिंह ने एक-दो वस्तुएं खरीद लीं तो सब दरबारी कुछ-न-कुछ अवश्य खरीद लेंगे। दरबारी अपने राजाओं को खुश रखने का अवसर खोजे रहते हैं।
महाराजा अपने आसन से मेज की ओर उठकर आए तो व्यापारी मन ही मन खुश हो रहा था। महाराजा रणजीतिसिंह ने एक सुंदर सा फूलदान उठाया और उलट-पलटकर देखा। इसके पश्चात जानकर हाथ से नीचे गिरा दिया। नीचे गिरते  ही शीशे के टुकड़े-टुकड़े हो गए। व्यापारी का मुंह उतर गया। फूलदान बेशकीमती था, परंतु राजा से क्या कहा सकता था? हालत ऐसी हो गई कि मारे और रोने भी न दे। राजा ने पूछा, इस फूलदान की अब क्या कीमत है? व्यापारी चुप ही रहा। राजा ने कहा, बताओ-बताओ?
कुछ भी नहीं महाराज, अब तो यह किसी काम का नहीं रहा। व्यापारी खिसियाना सा सजी-सजाई वस्तुओं को फिर से इधर-उधर लगा रहा था। राजा ने एक सेवक से कहा, एक पीतल की दवात तो उठाकर लाओ। सेवक झट से भीतर गया और पीतल की दवात ले आया। राजा ने कहा, अब इसे हथौड़ी से तोड़ो।
किसी की समझ में कुछ न आया। सेवक ने हथौड़ी उठाई और दवात को तोड़ दिया। दवात बिकुल पिचक गई। राजा बोले, अब गई न दवात। अब इसे ले जाकर दुकान पर बेच आओ। सेवक दवात लेकर बाहर निकल गया। राजा बोले, जितनी चीजें लाए हो, क्या सब फूलदान जैसी हैं?
जी हां सरकार। सब शीशे की बनी हैं। सजावट के लिए हैं। तब तक सेवक फिर अंदर आया।
क्या हुआ, दवात नहीं बीकी? राजा ने पूछा।
बिक गई हुजूर, बाहर सुनार की दुकान पर ही बिक गई। दौ पैसे में बिकी है। कहते हुए उसने राजाजी की ओर हाथ बढ़ाया। राजा ने दो पैसे हाथ में लेकर अंग्रेज व्यापारी को दिखाते हुए कहा, हमारा भारत देश अभी गरीब है। हम शीशे की टूटने वाली वस्तुओं पर फिजूलखर्ची नहीं कर सकते। हमें तो ऐसी स्वदेशी चीजों की जरूरत है, जिससे काम ले लो और टूट जाए तो फिर से बाजार में कुछ कीमत मिल जाए। केवल दिखने में सुंदर वस्तुएं हम कभी नहीं खरीदते। आप आए, आपका धन्यवाद?
अंग्रेज व्यापारी अपना सामान समेटकर चुपचाप दरबार से बाहर चला गया।  मायाराम पतंग 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies