सूरीनाम में सूर्य कुम्भजागी हिन्दू श्रद्धा
|
सूरीनाम
में सूर्य कुम्भ
सूरीनाम से शंकर उपाध्याय
गत दिनों सूरीनाम में 10 दिवसीय सूर्य कुम्भ का आयोजन किया गया। इसमें त्रिनिदाद, गयाना, नीदरलैंड, बैल्जियम आदि देशों के 8 हजार से अधिक हिन्दू श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कुम्भ के सफल आयोजन में सनातन धर्म महासभा, गायत्री परिवार, आर्य समाज, सत्य साईं आदि संस्थाओं का विशेष सहयोग रहा।
हिन्दू समाज से सूरीनाम को बहुत उम्मीद है, कुम्भ के माध्यम से शांति आएगी, ऐसा हम विश्वास करते हैं।
–आमिर अली, उपराष्ट्रपति, सूरीनाम
सूरीनाम नदी पर सम्पन्न हुए सूर्य कुम्भ का शुभारम्भ वर्ष 2011 में हिन्दू एकता के लक्ष्य को लेकर किया गया था। कुम्भ के दौरान भारत से आए संत श्री ब्रह्मस्वरूपानन्द महाराज ने रामकथा के माध्यम से सनातन धर्म की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विश्वव्यापी आतंकवाद रूपी राक्षस से जलते हुए विश्व को केवल हिन्दुत्व ही बचा सकता है। उन्होंने कहा कि जब रावण के आतंक से सारा संसार जल रहा था, तब हिंदुत्व ने ही विश्व की रक्षा की थी। आज भी जिहादी आतंकवाद से हिंदुत्व ही रक्षा कर पाएगा। ब्रह्मस्वरूपानन्द महाराज ने कहा कि घृणा पर आधारित विचार कभी भी विश्व की रक्षा नहीं कर सकता। इस अवसर पर कुम्भ आयोजन की सहयोगी संस्थाओं ने एक स्वर में कहा कि सूरीनाम में सेवा के नाम पर हो रहा मतांतरण बंद होना चाहिए।
कुम्भ के 9वें दिन सूरीनाम के उप राष्ट्रपति श्री आमिर अली ने डच भाषा में अनुवादित रामचरित मानस का लोकार्पण करते हुए कहा कि हम सूरीनाम में एकता, शांति और समृद्धि चाहते हैं। कुम्भ के माध्यम से हिन्दू समाज इस काम को कर रहा है, यह देखकर खुशी होती है। उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज से इस देश को बहुत उम्मीद है, कुम्भ के माध्यम से शांति आएगी हम यह विश्वास करते हैं। कार्यक्रम के अंत में सूर्य कुम्भ पर्व संस्था के अध्यक्ष श्री रुदी रामधनी तथा मंत्री श्री श्रवण रमई ने सबको धन्यवाद दिया। साथ ही जानकारी दी कि आगामी वर्ष में कुम्भ 15 जनवरी, 2013 से 25 जनवरी, 2013 तक मनाया जाएगा।
टिप्पणियाँ