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गत 27 मार्च को गोवंश रक्षण संवर्धन परिषद्, उ.प्र. के प्रदेश अध्यक्ष श्री धनेन्द्र कुमार जैन के नेतृत्व में एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल ने राज्य के महामहिम राज्यपाल से भेंट की तथा राज्य में सम्पूर्ण गोवंश की हत्या पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। इस संबंध में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल महोदय को एक ज्ञापन भी सौंपा। विदित है कि गोहत्या बंदी संबंधी तमाम कानून बने होने के बावजूद कसाई और कुछ अन्य लोग गोवंश की हत्या के घृणित कार्य में संलग्न हें।ज्ञापन में कहा गया है कि बढ़ती गोहत्या की घटनाओं पर अंकुश लगाने में केन्द्र तथा प्रदेश की सरकार असहाय नजर आ रही थीं, ऐसी स्थिति में विश्व मंगल गो-ग्राम यात्रा के माध्यम से लोगों में गोवंश के प्रति जागरूकता पैदा करने के साथ-साथ गोहत्या के विरोध में हस्ताक्षर अभियान पूरे भारतवर्ष में चलाया गया, इन एकत्रित किए गए लगभग साढ़े आठ करोड़ हस्ताक्षरों को विगत दिनों महामहिम राष्ट्रपति महोदया को सौंपकर यह उम्मीद की गई थी कि केन्द्र तथा राज्य सरकारें कुछ सकारात्मक कदम उठाएंगी, किन्तु अफसोस है कि सरकारों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। ऐसी स्थिति में प्रतिनिधिमण्डल ने इस ज्ञापन के माध्यम से गोरक्षा की अपनी मांग पुन: दोहराई है तथा उम्मीद की है कि स्थिति में सुधार होगा। प्रतिनिधिमंडल में श्री धनेन्द्र कुमार जैन के अलावा श्री बालगंगाधर त्रिपाठी, अधिवक्ता श्री अरविन्द त्रिपाठी, श्री परमानन्द मिश्रा, सुश्री अर्चना सिंह तोमर एवं श्रीमती आशा सिंह शामिल थीं। द प्रतिनिधि32
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