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विदर्भ में विद्या भारती का अनूठा आयोजनसूर्यनमस्कार महायज्ञ को सम्बोधित करते हुए श्री राहुल द्रविड़। मंच पर अन्य विशिष्टजन हैं (बाएं से) डा. विलास डांगरे, श्रीमती विमल नेगी देउस्कर, श्री दत्ता चिन्हाणे, प्रो. विलास फणनवीस एवं डा. संजय मारवाहजरा कल्पना कीजिए कि किसी प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर स्कूली छात्र-छात्राएं और नागरिक एक ही समय में एक साथ कुल सवा करोड़ सूर्य नमस्कार करें तो कैसा दृश्य उपस्थित होगा। श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर मकर संक्रांति यानी 14 जनवरी से 25 जनवरी, 2007 के बीच विदर्भ (महाराष्ट्र) में यही सूर्य नमस्कार महायज्ञ सम्पन्न हुआ। 7 साल के बच्चे से लेकर 75 साल तक के वृद्ध इस महायज्ञ में सहर्ष सम्मिलित हुए। पूरे विदर्भ में अलग-अलग जिलों में सूर्य नमस्कार कार्यक्रम हुए। इसी कड़ी में 20 जनवरी को नागपुर में- रेशिमबाग, योगक्षेत्र लेआउट सोसायटी मैदान, चिटणीस पार्क, दयानंद आर्य कन्या विद्या मंदिर मैदान, रामनगर मैदान- कुल 5 स्थानों पर 7000 स्कूली बच्चों ने सूर्य नमस्कार महायज्ञ में भाग लिया। सूर्य नमस्कार के विभिन्न आसन करते बालक-बालिकाओं का दृश्य अद्भुत अनुभूति करा रहा था। रामनगर मैदान में उपस्थित बच्चे और अन्य नागरिक उस समय आश्चर्य मिश्रित आनंद से उछल पड़े जब उन्होंने अपने बीच भारतीय क्रिकेट दल के कप्तान राहुल द्रविड़ को पाया। सूर्यनमस्कार महायज्ञ कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित करके उद्घाटन करने के पश्चात राहुल ने कहा, “प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करने से शरीर स्वस्थ रहता है। यहां उपस्थित प्रत्येक छात्र-छात्रा से मैं कहूंगा कि नियमित सूर्य नमस्कार करें।” इस कार्यक्रम में भारत की प्रख्यात पर्वतारोही श्रीमती विमल नेगी देउस्कर, विदर्भ प्रांत सहसंघचालक डा. श्रीराम जोशी, पश्चिम क्षेत्र कार्यवाह प्रो. विलास फणनवीस, नागपुर महानगर संघचालक डा. दिलीप गुप्ता, धरमपेठ भाग संघचालक श्री दत्ता चिन्हाणे, क्रीड़ा भारती (नागपुर) के अध्यक्ष डा. संजय मारवाह विशेष रूप से उपस्थित थे। विद्या भारती अ.भा. शिक्षा संस्थान और क्रीड़ा भारती के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न इस कार्यक्रम में विभिन्न खेलकूद संगठनों और योग संस्थानों सहित विभिन्न स्कूलों ने योगदान दिया। डा. संजय खलतकर22
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