केन्या में कुप्.सी. सुदर्शन ने कहा -
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

केन्या में कुप्.सी. सुदर्शन ने कहा –

by
Apr 2, 2007, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 02 Apr 2007 00:00:00

आसुरी शक्तियों के विरुद्ध विश्व एक होशोभा यात्रा में भव्य झांकियों के साथ सम्मिलित हुए श्रद्धालुलेजिम प्रदर्शन करते हुए बालक। ऊ‚पर प्रकोष्ठ में संगम को संबोधित करते हुए सरसंघचालक श्री सुदर्शनकेन्या में इस बार मकर संक्रांति का उत्सव बहुत धूमधाम से मनाया गया। 14 जनवरी को केन्या की हिन्दू काउंसिल ने इस अवसर पर नैरोबी में विराट हिन्दू संगम का आयोजन किया। इस उत्सव में रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शन विशेष रूप से उपस्थित हुए। मकर संक्रांति के दिन नैरोबी में अभूतपूर्व उत्साह का वातावरण था। हिन्दू संगम से पूर्व रंग-बिरंगी झांकियों के साथ हिन्दू समाज के सभी वर्गों के प्रतिनिधि नाचते-गाते शोभा यात्रा में सम्मिलित हुए। शोभा यात्रा का शुभारंभ मनोनीत भारतीय उच्चायुक्त श्री परमप्रीत सिंह रंधावा ने ध्वज फहरा कर किया। झांकियां भी विभिन्न धार्मिक ग्रंथों और भारत के गौरवपूर्ण इतिहास के प्रसंगों पर आधारित थीं। इसमें रामगढ़िया सिख गुरुद्वारे की ओर से “पंज प्यारे” का दृश्य दिखाने वाली झांकी थी तो जैन मंदिर की कलात्मक झांकी भी थी, स्वामिनारायण पंथ की चार झांकियां थीं तो पुष्टि मार्ग, साईं बाबा, जलाराम बापा, इस्कॉन, ब्राह्मकुमारी, महाराष्ट्र मंडल, लोहाना महाजन मंडल, अयप्पा मंदिर, अंबाजी मंदिर की झांकियां भी थीं। इस भव्य शोभा यात्रा में कूची लेवा पटेल समाज की ओर से लेजिम प्रदर्शन हो रहा था तो भारतीय स्वयंसेवक संघ और हिन्दू सेविका समिति के कार्यकर्ता घोष की धुन पर पथ संचलन कर रहे थे। मार्ग में विभिन्न संगठनों की ओर से शोभा यात्रा का स्वागत किया गया। शोभा यात्रा ओशवाल सेंटर से आरम्भ हुई और 3 घंटों में 4.5 किमी. का मार्ग तय करके हिन्दू संगम स्थल प्रीमियर क्लब पहुंची जहां सरसंघचालक श्री सुदर्शन ने इस शोभा यात्रा का स्वागत किया। एक आकलन के अनुसार इस अवसर पर सात हजार से अधिक लोग उपस्थित थे।रामधुन के साथ हिन्दू संगम का आरंभ हुआ। मंच पर सरसंघचालक श्री सुदर्शन के साथ मनोनीत उच्चायुक्त श्री रंधावा, हिन्दू काउंसिल आफ केन्या के अध्यक्ष श्री रश्मिन चिटणीस, न्यासी श्री प्रभुदास पत्तनी, श्री रजनी भाई कंटारिया, पूर्वी अफ्रीका के संघचालक श्री चुन्नी भाई हरिया, केन्या के संघचालक श्री नरेन्द्र शाह सहित अन्य विशिष्टजन उपस्थित थे।हिन्दू संगम को संबोधित करते हुए श्री सुदर्शन ने कहा कि आज दुनिया के सामने जिहादी इस्लाम, साम्राज्यवादी चर्च, माओवादी ताकतों और अमरीका द्वारा प्रसारित उपभोक्तावाद के रूप में चार प्रमुख चुनौतियां हैं। अगर इन आसुरी ताकतों का प्रतिकार नहीं किया गया तो ये विभिन्न देशों के सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक ताने-बाने को ध्वस्त कर देंगी। अत: इनको परास्त करना ही होगा। पूरा विश्व इनके खिलाफ एकजुट हो।उन्होंने आगे कहा कि केवल हिन्दुत्वनिष्ठ विचार ही आतंकवाद से लेकर उपभोक्तावाद तक की आज की समस्याओं का हल कर सकता है क्योंकि इसका आधार वैज्ञानिक है और समय की कसौटी पर यह सदा खरा उतरा है। हिन्दुत्वनिष्ठ विचारधारा ने व्यक्ति, समाज, ब्राह्माण्ड और परमात्मा के बीच संबंधों में संतुलन बनाए रखा है। श्री सुदर्शन ने कहा कि इस महान संस्कृति के प्रतिनिधि होने के नाते हिन्दुओं ने अध्यात्मिकता पर आधारित अपनी चिरंतन शक्ति को पहचानना शुरू कर दिया है। सामाजिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में वैदिक सिद्धांतों के आधार पर व्यवस्थाओं का पुनर्निर्धारण करने की कोशिशें की जा रही हैं। यह जानते हुए कि विविधता हिन्दू समाज को एक अनूठा आयाम देती है, हिन्दू समाज ने एकता के सूत्र खोजने के प्रयास और तेज कर दिये हैं। उन्होंने उपस्थित हिन्दुओं का आह्वान किया कि आज के बदलते वैश्विक परिदृश्य में वे एकजुट हों क्योंकि यह समय की मांग है। प्रतिनिधि21

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies