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रामसेतु रक्षण गोष्ठीगत दिनों देहरादून में विद्योत्तमा विचार मंच ने रामसेतु रक्षण विषय पर एक गोष्ठी आयोजित की। गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि रामसेतु को तोड़ना हिन्दू भावनाओं का अपमान है। इस प्राचीन धरोहर के संरक्षण हेतु एकजुटता का आह्वान भी किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता देवभूमि विचार मंच के प्रान्तीय संयोजक श्री प्रभाकर उनियाल ने कहा कि रामसेतु भगवान राम द्वारा निर्मित है। इसके ऐतिहासिक प्रमाण ब्रिटिश व मुगलकालीन दस्तावेजों में मौजूद हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समाजसेवी श्रीमती शुभा वर्मा ने कहा कि श्री रामसेतु हमारे सांस्कृतिक अधिष्ठान का अविभाज्य अंग है। इसे तोड़ने के पीछे सरकार की मंशा क्या है? जबसे संप्रग का शासन आया है, हिन्दू मान्यताओं और प्रतीकों पर हमले अभूतपूर्व ढंग से बढ़ रहे हैं।श्रीयुग शैलवाणी समिति की सचिव ललित प्रभा जोशी ने कहा कि राम सेतु तोड़ने से पर्यावरण सन्तुलन बिगड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति पर प्रहार हो रहा है, जिसको सहना कायरता है।इस अवसर पर विद्योत्तमा विचार मंच की संयोजिका विनोद उनियाल, रीता गोयल, शशि कोहली, शारदा त्रिपाठी, पुष्पा क्षेत्री, नरेश, संजीव विनौदिया, हेमलता जोशी, सुलोचना राणा, पल्लवी पैन्यूली आदि उपस्थित थीं। कार्यक्रम का संचालन भारती पाण्डेय ने किया। -सुभाष जोशीकोलकातारामसेतु रक्षार्थ प्रदर्शनगत 13 मई को कोलकाता में श्रीरामसेतु रक्षण समिति ने स्थानीय जतिनदास पार्क में रामसेतु रक्षार्थ प्रदर्शन आयोजित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित रामभक्तों ने एक स्वर से सरकार से रामसेतु को न तोड़ने की सरकार से अपील की। उन्होंने तमिलनाडु सरकार और संप्रग सरकार के हिन्दुत्व विरोधी रवैए की भी कड़ी भत्र्सना की। साथ दिए गए चित्र में रैली को संबोधित करते हुए दिखाई दे रहे हैं बजरंग दल के बंगाल-असम के संयोजक श्री तपन कुमार घोष। मंच पर हैं डा. सुजीत चौधरी, डा. राधेश्याम ब्राहृचारी व अन्य प्रतिनिधिइन्दौरराष्ट्रपति को भेजा ज्ञापनविगत दिनों इन्दौर में श्रीरामसेतु बचाओ मंच का गठन किया गया। मंच द्वारा 28 अप्रैल, 07 को इन्दौर के संभागायुक्त कार्यालय पर रामसेतु रक्षार्थ विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मंच द्वारा राष्ट्रपति के नाम संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया। -दीपक नाईक46
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